9 माह पहले रकम भरने के बावजूद नही दिया चेक
सामाजिक न्याय मंत्रालय का मामला
यवतमाल। यवतमाल जिले के निवासी शिवाजीराव मोघे सामाजिक न्यायमंत्री थे. उनके कार्यकाल में उनकेही जिले के बेरोजगारों से क्रुर मजाक उनके मंत्रालय ने किया. 9 माह पहले लाभार्थी की सहयोग राशी 5 फि सदी याने 46 हजार 48 रूपये 12 फरवरी 2014 को भरे गए. मगर तबसे आजतक यवतमाल के संत रोहिदास चर्मउद्योग और चर्मकार विकास महामंडल मर्यादीत यवतमाल ने उन्हे चारपहिया वाहन लेने के लिए धनादेश नही दिया. इस चारपहिया वाहन का मुल्य 6.5 लाख रूपये है. जिसके लिए उन्होंने 22 फरवरी 2013 को इस महामंडल के स्थानीय कार्याल में आवेदन किया था. जिससे 11 माह बाद 23 जनवरी 2014 को उनका प्रस्ताव मंजूर करने की सूचना मिली. जिससे उन्होंने 12 फरवरी 2014 को 46 हजार रूपये राशी भर दी थी. राशी भरने के पहले उ हे कहा गया था की राशी भरते ही चेक दिया जाएगा, मगर आज नऊ महिने बीत जाने के बावजूद उन्हे चेक नहीं दिया गया है. चक्कर प चक्कर कटवाए जा रहे है.
इस महामंडल के यवतमाल के मॅनेजर राजेश पुणेवार से बातचित करने पर उन्होने बताया कि केंद्र सरकार से यह राशी नही मिल पायी है. जबकी यह राशी राज्य के ही सामाजिक न्याय मंत्रालय से मुहैय्या करानी चाहिए थी. यवतमाल जिले की यह इकलौती केस बची है. जिसे चेक न देकर अन्याय किया गया है. चक्कर पे चक्कर काटकर परेशान हुए अभिलाष देविदास खंडारे ने 10 दिसंबर से इस महामंडल के कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. अगर उनकी जान को कमज्यादा होता है तो उसकी जिम्मेदारी भी इस कार्यालय और यहा के अधिकारीयों पर रहेगी ऐसी लीखीत सुचना उन्होन 11 नंवबर को जिलाधिकारी, एसपी,इस महामंडल के मुंबई के व्यवस्थापकीय संचालक, व्यवस्थापक, अमरावती के आयुक्त, सामाजिक न्याय मंत्रालय के सचिव और सामाजिक न्यायमंत्री तथा यवतमाल शहर थानेदार को दी है.