नागपुर: बीते शनिवार यवतमाल में आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार ने प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ उनके पति को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का मामला दर्ज कराने की मॉँग की है। बीते शनिवार घाटंगी तहसील के टिरवी गाँव के 42 वर्षी किसान प्रकाश प्रभाकर मनगांवकर ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले सागवान पेड़ के पत्तो पर किसान ने प्रधानमंत्री के नाम का उल्लेख कर कर्जमाफी के लिए आत्महत्या कर ली थी।
ढाई बीघा ज़मीन में खेती कर अपने और परिवार की आजीविका चलाने वाले प्रकाश लगातार खेती से हो रहे नुकसान का बोझ नहीं उठा पाए और अंततः आत्महत्या के रूप से संघर्ष को समाप्त करने का अंतिम विकल्प चुन लिया।
प्रकाश के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे है इस सभी का गुजारा खेती से ही होता था। प्रकाश की पत्नी विद्या ने उनके पति की आत्महत्या के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है। विद्या के मुताबिक उन्हें के जिले के दाभाडी गाँव में लोकसभा चुनाव के दौरान आए प्रधानमंत्री ने किसानों को संघर्ष के मुक्ति दिलाने का वादा किया था। हमने भी उनकी बातों पर भरोषा किया जो लगातार हो रही किसान आत्महत्याओं से टूट रहा है। प्रकाश ने मौत को गले लगा लिए लेकिन किसानों को बचाने के लिए उन्हें मदत पहुंचाई जानी चाहिए। गौरतलब हो की प्रकाश ने राज्य सरकार द्वारा जारी की गयी कर्जमुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन भरा था जो मंजूर भी हो गया था।