विदेशी सड़ी सुपारी का जहर बेचकर व्यापारी कमा रहे मुनाफा कस्टम ड्यूटी, टैक्स और जीएसटी चुरा कर सड़ी सुपारी व्यापार का केंद्र बन चुका है नागपुर निर्दोष पिता भरत उर्फ़ भोला चुग के मौत के जिम्मेदारो को मिलेगी कड़ी सजा या सिर्फ होंगी दिखावे की खानापूर्ति.शांतिनगर निवासी 55 वर्षीय भोला चुग ने सुपारी व्यापारियों की धमकियों , प्रताड़ना और दहशत से अपने आप को मौत के हवाले कर दिया.जिंदगी से बेजार हो चुके इस निर्दोष बुजुर्ग का इन व्यापारियों से कोई लेना देना भी नहीं था… इनके बेटे ईश्वर चुग की साझेदारी और व्यापार कई सुपारी व्यवसाई और सुपारी कारखानों मे था…यह सभी लोग कच्चे का व्यापार करते थे… मतलब साफ है प्रशासन से विभागों से और एजेंसीयो से छुपकर नकदी मे व्यापार…जिसे कालाकारोबार भी कहा जाता है.प्रामाणिक व्यापारी यह सब नहीं करते.
खैर ईश्वर चुग से पैसे जिन सुपारी व्यापारियों को लेने थे उन्होंने पहले तो तगादा लगाना शुरू किया, फिर शुरू हुआ प्रताड़ना और धमकियों का दौर..
और चुग परिवार के दिल दिमाग़ मे इतनी दहशत और निराशा भर दी गई के उस परिवार के मुखिया को अपनी जीवन लीला समाप्त करनी पड़ी…
55 वर्षीय भोला चुग ने मरने से पहले अपनी करुण और दर्दनाक कहानी रोते रोते मोबइल मे बयान कर दी. उन्होंने उनकी मौत के लिए कौन कौन जिम्मेदार है इसका भी बयान न सिर्फ बोलकर बल्कि अपनी सुसाइड नोट मे भी दर्ज कर दिया… साथ ही उन्होंने खोल दिया इस देशविरोधी काले कारोबार का कच्चा चिटठा…
कैसे कस्टम,जीएसटी और अन्य टैक्स बचा कर कारोबारी काम करते है..इसका खुलासा भी किया है.कैसे विदेशो मे रिजेक्टेड सुपारी को पोर्ट मे साठ गाँठ कर फिर विभिन्न साधनों से केंद्रीय एजेंसीयो को मामु बना कर नागपुर लाकर बहुत बड़े पैमाने पर पान मसाला, गुटखा कंपनियों और पानमटेरियल के होलसेलर तक बेचा जाता है….यह सभी को पता है लेकिन अन्न और औषधि विभाग मोटी कमाई कर चुप है…इस विभाग के मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम जैसे समाज मे घोले जा रहे इस जहर से हर तरह अंजान है
ईश्वर चुग कई सुपारी कारखाना मालिकों से भी प्रताड़ित था…सुपारी तो फल है उसका कारखाने से क्या सम्बन्ध यह सवाल लाजमी है.
लेकीन यही असली कहानी है, सड़ी सुपारी को लोगो तक परोसने की,इन्ही दर्जनों कारखानों मे विदेशो से आयी हुई सड़ी सुपारी पर प्रक्रिया की जाति है.. गंधक का उपयोग कर उन्हें भट्टी मे गरम किया जाता है.. और सड़ी सुपारी पर दिखावे का आवरण चढ़ा दिया जाता है.और ऐसी सुपारी जो हर खाने वाले को भयंकर नाइलाज बीमारी देने की पुरी पुरी क्षमता रखती है उसे बेच कर पाप की कमाई कई व्यापारी कर रहे है.
एक निर्दोष बुजुर्ग की मौत ने यह सब धागे खोलकर समाज के सामने रख दिए, इनकी मौत के बाद पुलिस विभाग ने कुछ को पकड़ा कुछ को छोड़ा,कुछ को रिमांड मिली तो कुछ को अभयदान,लेकिन सांठगांठ बदस्तूर जारी है, काले कारोबार को छिपाने के जुगाड़ के लिए इन कारोबारियों की लगातार बैठके हो रही है… एक दुसरे के व्यापारिक शत्रु आज सब सवारने के लिए एकजुट हो चुके है,लेकिन केंद्रीय एजेंसीया अभी नहीं जागी है…
कौन कौम कौन है शामिल ?
कैसे न सिर्फ राज्य बल्कि देश को खोकला कर आम जनता के जिंदगीयों पर बीमारियों का प्रकोप ला रहा है यह कारोबार इसका खुलासा जल्द करेंगे
– नरेंद्र पुरी