Published On : Mon, Jul 1st, 2019

9 जुलाई को आटो हड़ताल का ऐलान

नागपुर: आटोचालकों के लिए पृथक महामंडल समेत विभिन्न प्रलंबित मांगों के लिए 9 जुलाई को आटो हड़ताल का ऐलान किया गया है. हड़ताल में विदर्भ के 11 जिलों के 1.5 लाख से ज्यादा आटोचालक शामिल होंगे. विदर्भ आटोचालक मालक फेडरेशन की मेजबानी में रविवार को विधायक निवास में आयोजित विदर्भ स्तरीय बैठक में राज्य संयुक्त कृति समिति में यह निर्णय लिया गया. बैठक में बड़ी संख्या से विदर्भ समेत अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में आटोचालक और संगठन नेता शामिल हुए. एक स्वर में कहा गया कि महामंडल की मांग पिछले 10 वर्षों से अटकी हुई है. कई बार विभिन्न प्रकार के आंदोलनों के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया लेकिन कोई असर नहीं हुआ. सरकार पूरी तरह से आटोचालक विरोधी नीति पर काम कर रही है.

समिति अध्यक्ष शशांक राव ने कहा कि वर्ष 2016 के नागपुर में हुए शीतसत्र अधिवेशन में राज्यभर के आटोचालकों ने विशाल मोर्चा निकाला था और हमारी ताकत देखकर स्वयं परिवहन मंत्री ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था. उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया. एक बार फिर उन्हें अपनी ताकत दिखाने के लिए 9 जुलाई को आटो हड़ताल करना जरूरी है. यह आटोबंद अटल है.

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हर बार धोखा दे रही सरकार : भालेकर
महासचिव बाबा कांबले ने कहा कि आटोचालकों के किराया बढ़ाये जाने की मांग को भी अनसुना किया जा रहा है. फेडरेशन के अध्यक्ष विलास भालेकर ने राज्य सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि हमने हर बार जनता की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए हड़ताल टाली क्योंकि सरकार आश्वासन देती थी. लेकिन हर बार सरकार ने धोखा दिया. आरटीओ की समिति पर अशासकीय सदस्यों की नियुक्ति के चलते आटोचालकों की मांगों को प्रलंबित करने का आरोप भी लगाया. ऐसे में एक बार फिर 9 जुलाई को आटो बंद के माध्यम से हमें एकजुटता दिखानी है.

स्कूली बच्चों को होगी परेशानी
बैठक में इस बात पर भी गौर किया गया कि 26 जून से लगभग स्कूल शुरू हो चुके हैं. 1 जुलाई से राज्य के भी सारे स्कूल शुरू हो जायेंगे. अधिकांश स्कूली बच्चें बसों की बजाय आटो से आना-जाना करते हैं. ऐसे में 9 जुलाई को प्रस्तावित आटो हड़ताल के चलते बड़ी संख्या में पालकों को परेशानी होनी है. इस बात को ध्यान में रखना जरूरी है. बैठक में कहा कि पालकों की इस परेशानी के लिए आटोचालक नहीं, बल्कि सरकार जिम्मेदार होगी.

बैठक की अध्यक्ष फेडरेशन के अध्यक्ष भालेकर ने की. वहीं, शशांक राव (मुंबई), महासचिव बाबा कांबले (पुणे), नरेंद्र गायकवाड़ (नांदेड़), उपाध्यक्ष प्रमोद घोने (मुंबई), बाबा अहमद (नांदेड़), मोक्षवीर लोहकरे, देवाबाबू निखाड़े, घनश्याम पडोले, उमेश शुक्ला, अविनाश आत्राम (गड़चिरोली), इलियास लोधी खान, सुदाम बोरकर, जावेद शेख, राजू इंगले, अल्ताफ अंसारी, प्रिंस इंगोले आदि की उपस्थिति रही.

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