नागपुर: विविध मांगों को लेकर चतुर्थ और तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की 7 अगस्त से शुरू हो रही हड़ताल का सीधा असर मेडिकल और मेयो में भी नजर आएगा. 9 अगस्त तक चलने वाली हड़ताल में प्रशासकीय कामकाज प्रभावित होगा. मेडिकल में वर्ग-3 के करीब ५०० कर्मचारी है.
वहीं नर्सों की संख्या १२०० के आसपास है. जबकि वर्ग-4 के लगभग ८०० कर्मचारी है. नर्से हड़ताल पर जाएगी या नहीं इस पर अब तक निर्णय नहीं हो सका है. लेकिन कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया है.
इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रशासकीय सहित वैद्यकीय सेवा लड़खड़ा जाएगी. दरअसल डेढ़ महीने पहले ही कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल पर जाने संबंधी नोटिस प्रशासन को दिया था. लेकिन प्रशासन ने कोई भी उपाय योजना नहीं की.
हड़ताल से कई तरह के दस्तावेज बनाने में दिक्कतें आएगी. भले ही टेक्निशियन विविध तरह के टेस्ट करते हो, लेकिन दस्तावेज तैयार करने का काम कर्मचारियों के ही जिम्मे होता है.
आपरेशन के बाद मरीजों को वार्ड तक पहुंचाने के लिए भी कोई कर्मचारी नहीं मिलेगा.