
हादसे के वक्त अधिकतर लोग नींद में थे। रांची और धनबाद से रेल अफसर घटनास्थल के लिए निकल चुके हैं। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक डैम पास होने की वजह से ट्रेन की स्पीड कम थी इसलिए हादसे में कोई नुकसान की खबर नहीं है।
20 दिनों में यूपी में हुआ ये तीसरा रेल हादसा है। इससे पहले उत्तर प्रदेश में 19 अगस्त को मुज़फ्फरनगर के खतौली के पास बड़ा रेल हादसा हुआ था। कलिंग उत्कल एक्सप्रेस की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए थे।
वहीं खतौली हादसे के पांच दिनों के भीतर 23 अगस्त को दूसरा हादसा हुआ था, जब आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 74 लोग घायल हुए थे। ये हादसा मंगलवार रात 2:50 बजे अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशन के बीच हुआ था।








