नागपुर : मनपा में परिवहन विभाग के व्यवस्थापक शिवाजी जगताप के कार्यशैली पर परिवहन समिति सभापति ने उंगलियां उठाई। जिसका समिति के सदस्यों ने एकतरफा समर्थन करते हुए मनपा आयुक्त के नाम पत्र जारी किया।जिसमें जगताप द्वारा बारंबार परिवहन समिति के निर्देशों की अवहेलना करने का जिक्र किया गया है। सभी की संयुक्त मांग हैं कि जगताप को मूल विभाग में भेजने की इच्छा दर्शाई है।
जगताप पर समिति ने बारंबार आरोप लगाया कि वे डिम्ट्स का एकतरफा पक्ष लेते रहे और रेड बस ऑपरेटरों को परेशान करते रहे। क्यूंकि वे मूल विभाग में डिपो प्रबंधक थे इसलिए मनपा परिवहन विभाग का मसला सुलझ नहीं रहा था।
पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने भी जगताप की अच्छी खासी खिंचाई की थी।तब उन्होंने बैठक के दौरान मनपा अधिकारी को निलंबित करने का निर्देश भी दिया था। जगताप के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले परिवहन समिति के सदस्यों में प्रवीण भिसिकर,नितिन सठवाने,अभिरुचि राजगीर,उज्वला शर्मा,मनीषा धावड़े,वैशाली रोहनकर,कल्पना कुंभलकर,नरेंद्र वालदे,विद्या मडा वी का समावेश है।
जगताप ने अपने मर्जी से परिवहन समिति को नजरअदाज कर टिकटिंग मशीन खरीदी घोटाला, वाडी नाके पर सुरक्षा रक्षक की नियुक्ति , ४० बसो का रूट बंद कर दिए जाने से समिति सदस्य छुब्ध थे।
इन्होंने जगताप की जगह सक्षम निजी क्षेत्र में अनुभव रखने वाला ट्रांसपोर्ट मैनेजर की नियुक्ति करने की मांग की है। समिति की आज संपन्न हुए बैठक में रविन्द्र पागे का कार्यकाल बिना समीक्षा के बढ़ाए जाना समझ से परे है।