नागपुर – नागपुर यूनिवर्सिटी मे ”कमाओ और पढ़ो ” योजना के तहत काम करनेवाले करीब 200 विद्यार्थियों को दिसंबर से मानधन नहीं मिला है. जिसके कारण एक बार फिर उन पर आर्थिक परेशानियां आ चुकी हैं. वर्ष 2017 में इस योजना के तहत करीब 200 विद्यार्थियों को लिया गया था. इससे पहले 2016 में इसी योजना में करीब 105 विद्यार्थियों को लिया गया था.
जिसके कारण पिछले साल विद्यार्थियों ने मांग की थी कि इस साल योजना के तहत आवेदन करनेवाले सभी विद्यार्थियों को काम पर रखा जाए. जिसके बाद नागपुर यूनिवर्सिटी ने भी तीन बार सूची निकालकर विद्यार्थियों को इसके योजना के तहत काम दिया. यूनिवर्सिटी ने इस बार काम तो ज्यादा विद्यार्थियों को दिया लेकिन पिछले दो साल की मानधन नहीं देने की परंपरा यूनिवर्सिटी ने इस वर्ष भी बरकरार रखी है.
हर वर्ष विद्यार्थियों को इसी तरह से लेट मानधन दिया जाता है. इस योजना के तहत विद्यार्थियों को 3 घंटे के लिए 150 रुपए रोजाना दिए जाते हैं. इस योजना के तहत विद्यार्थी यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों समेत लॉ कॉलेज में भी कार्य करते हैं. पिछले विद्यार्थियों ने यह भी मांग की थी कि उनको मानधन बढ़ाकर दिया जाए.
इस बारे में नागपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विकास विभाग के संचालक दिलीप कवडकर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार ज्यादा विद्यार्थियों को इस योजना में शामिल करने की वजह से फाइनेंस विभाग से फाइल वापस आ गई थी. उसे फिर से फाइनेंस में भेजा गया है. विभाग को बता दिया गया है कि जल्द विद्यार्थियों को मानधन दिया जाए. विद्यार्थियों को जल्दी ही मानधन मिलेगा .उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है.