नागपुर– मुफ़्त शिक्षा के अधिकार अंतर्गत आरटीई एडमिशन के आवेदन में निवास स्थान के लिए गूगल मैंपिंग करना आवश्यक है. लेकिन आवेदन के दौरान गलत गूगल मैंपिंग पाए जाने पर 167 आवेदन रद्द कर दिए गए.
वेरिफ़िकेशन कमेटी के माध्यम से 118 व 104 लॉटरी द्वारा प्राप्त आवेदनों के आज प्रमाणित आवेदन से 167 आवेदन गूगल मैपिंग सही नहीं होने के कारण निरस्त किए गए और 75 प्रति आवेदन पात्र किए गए इसके आदेश पालकों को 18 अप्रैल को दिए जाएंगे. लॉटरी सिस्टम में पहले एक किलोमीटर वाले आवेदनों को ही शासन समिति ने पात्र किया है और जो आवेदन एक किलोमीटर के ऊपर के हैं ऐसे पालकों ने गूगल मैपिंग सही नहीं की थी इसके कारण सिस्टम ने उनके मैपिंग अनुसार 1 किलोमीटर के अंतर्गत वाले आवेदनों को स्वीकार नहीं किया है. कमिटी में मामला सामने आया कि पहले से जिन बालकों का नाम सरल में चढ़ा हुआ है और वो पहले से किसी दूसरे स्कूल में शिक्षा ले रहे हैं ऐसी परिस्थिति में लॉटरी द्वारा प्राप्त एडमिशन को ऑनलाइन अपडेट ने निरस्त कर दिया है.
जिन पालकों ने आरटीई में प्रवेश लेने के लिए स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का प्रति आवेदन किया था वो ऑटो सिस्टम से निरस्त हो गए.
निरस्त किए हुए प्रति आवेदन दोबारा सेकेंड लॉटरी में नहीं आएंगे. 16 अप्रैल को यूआरसी में 229 प्रति आवेदन प्राप्त हुए और यूआरसी टू में 66 प्रति आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनको लॉटरी में प्रवेश का आदेश मिला है. दोनों कमिटी की संयुक्त बैठक हुई जिसमें उपशिक्षणअधिकारी उमेश राठौड़, विस्तार अधिकारी भास्कर जोड़ें ,ज्योत्सना हरडे तथा आरटीई एक्शन कमेटी चेयरमैन व वेरीफिकेशन ऑफ़िसर शाहिद शरीफ़ मौजूद थे. दोनों कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा सभी आवेदनों की जांच करके निर्णय लिया गया. सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक प्रेमचंद राउत ने सभी का आभार माना है.