Published On : Mon, Dec 2nd, 2019

महापौर निधि से शहर भर में सार्वजनिक शौचालय

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नागपुर. शहर में सार्वजनिक शौचालय तथा प्रसाधन गृहों की काफी कमी है. जो हैं, उनकी हालत भी काफी खराब है, जिससे विशेष रूप से महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसे गंभीरता से लेते हुए अब 5 करोड़ की महापौर निधि से बाजारों तथा अन्य स्थानों पर सुलभ शौचालयों का निर्माण करने की घोषणा महापौर संदीप जोशी ने की.

रविवार को अवकाश के बावजूद मनपा मुख्यालय में ‘ब्रेकफास्ट विद मेयर’ कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा कर सुझाव मांगे गए. आयुक्त अभिजीत बांगर, बाल्या बोरकर, दयाशंकर तिवारी, दिव्या धुरडे, वीरेन्द्र कुकरेजा, चेतना टांक, अति. आयुक्त राम जोशी आदि उपस्थित थे.

तैयार होगा शहर विकास का ब्ल्यू प्रिंट
चर्चा के दौरान जोशी ने कहा कि लोगों की शिकायतों का निपटारा करने के उद्देश्य से 12 दिसंबर को शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. विभिन्न स्थानों पर रखे गए 100 बाक्स से प्राप्त जनता के सुझावों के आधारों पर ब्ल्यू प्रिंट तैयार किया जाएगा. इसके आधार पर शहर विकास पर अमल किया जाएगा. चर्चा के दौरान रामदासपेठ प्लाट ओनर्स एसोसिएशन के हरजीतसिंह बग्गा ने कहा कि रामदासपेठ जैसे इलाके में भी अब आवारा श्वानों की परेशानी बढ़ती जा रही है, जिससे तुरंत उपाय किए जाने चाहिए.

कैग ग्रुप के विवेक रानडे ने कहा कि बस्तियों के छोटे मार्गों पर रात के समय अचानक कार की पार्किंग होती है जिससे आवाजाही अवरुद्ध होती है. अत: इन वाहनों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. आयुक्त बांगर ने कहा कि शिकायतों के अनुसार प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है. स्वास्थ्य और शिक्षा के संदर्भ में प्राप्त सूचनाओं के अनुसार शीघ्र ही सीबीएसई स्कूलों को शुरू करने का विश्वास भी जताया.

इस तरह की प्राप्त हुईं सूचनाएं

-बर्बाद गोबर से खाद निर्मिति किया जाए.

-प्रत्येक चौराहों पर सिग्नल, झेब्रा क्रासिंग, स्टाप लाइन स्पष्ट अंकित किए जाएं.

-पार्किंग प्लाजा की व्यवस्था की जाए.

-सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने मेट्रो कॉरिडोर में की पार्किंग हटाई जाए.

-मध्य नागपुर के फुटपाथों पर से आटो डील व्यवसाय के अतिक्रमण हटाए जाएं.

-शहर के जलस्रोतों का संरक्षण हो.

-हाकर्स को वैकल्पिक जगह उपलब्ध कराई जाए.

-गांधीसागर तालाब की खाऊगली शुरू हो.

-बंद ट्राफिक सिग्नल की जानकारी एवं सुचारु संचालन के लिए विशेष एप बने.