नागपुर: आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत चला जाणूया नदिला अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आज आम नदी जलग्रहण क्षेत्र के गांवों में शिवार फेरी यानी जनसभा का जन किया जाएगा। इसके तहत नदी किनारे बसे गांवों में जाकर प्रदूषण फैलाने वाले विभिन्न कारकों का अध्ययन किया जाएगा और उसके अनुसार उपाय किए जाएंगे।
इस अभियान की समीक्षा बैठक बुधवार को कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर की अध्यक्षता में हुई। यह फैसला इस अवसर पर लिया गया है। इस अभियान के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। इस समिति के पूरक के लिए ग्राम और तालुका स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा। नाग और आम नदियों के जलग्रहण क्षेत्र के गांवों में जनसभाएं आयोजित की जा रही हैं। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर इस संबंध में समीक्षा की।
यह अभियान नदियों के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए इस अभियान के तहत जलग्रहण क्षेत्र के गांवों का दौरा करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आम नदी के किनारे गांव में शिवार फेरी का आयोजन जा रहा है। इस यात्रा के दौरान प्रदूषण, वृक्षारोपण, स्थानीय लोगों की भागीदारी, गंदे पानी की निकासी जैसे कारकों का अध्ययन किया जाएगा और उसके अनुसार उपाय किए जाएंगे। साथ ही इस अभियान के प्रति नागरिकों में जन जागरूकता भी पैदा की जाएगी।
इस बैठक में उप समाहर्ता पीयूष चिवांडे, सहायक वन संरक्षक सुरेंद्र काले, राज्य स्तरीय सदस्य डॉ. प्रवीण महाजन, नदी संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत प्रद्युम्न सहस्त्रभोजने, डॉ. विजय घुगे, मुन्ना महाजन, अरविंद कडबे सहित जिला स्तरीय समिति के समस्त सदस्य उपस्थित थे। इस अभियान के तहत नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग समितियों का गठन किया गया है। राज्य सरकार ने इस अभियान के तहत नागपुर जिले के लिए नाग नदी और आम नदी का चयन किया है।