नागपुर: राज्य सरकार के नगर रचना विभाग ने आगामी 15 दिसंबर तक 500 की पुरानी नोट स्वीकारने का फैसला लिया। इस संबंध में विभाग ने शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी कर दी है। इस फैसले के मुताबिक नगर रचना विभाग से संबंधित किसी भी तरह का टैक्स 500 की पुरानी नोट के माध्यम से भरा जा सकता है। नोट बंदी के बाद राज्य सरकार के नगर रचना विभाग ने बकाये टैक्स को भरने के लिए पुराने नोटों को लेने का फैसला किया था।
इस फैसले की वजह से लंबे समय से नागरिको द्वारा नहीं भरे जा सके प्रॉपर्टी टैक्स के साथ अन्य टैक्स में बड़े पैमाने पर रिकवरी सरकार को मिली थी। अकेले नागपुर में कर संग्रह ने रिकॉर्ड कायम किया था। सब सरकार के अन्य विभागों में पुरानी नोटों के चलन में रोक लगा दी गई है। लेकिन नगर रचना विभाग ने जनता से 500 के नोट स्वीकारने के लिए अपने दरवाजे खोल दिए है। नोट बंदी के बाद नगर रचना विभाग को जिस तरह से राजस्व की प्राप्ति हुई है उसके चलते ही यह फैसला लिया गया है।
विभाग ने राज्य की सभी महानगर पालिका, नगर पालिका, नगर परिषद और नागपुर सुधार प्रन्यास को भी फैसले की जानकारी दे दी है। इस फैसले का नागपुर महानगर पालिका और एनआईटी से स्वागत किया है।