नागपुर: नागपुर विधान सभा के जारी शीतसत्र में मंगलवार को विपक्षी दलों ने कैबिनेट मंत्री महादेवराव जानकर के इस्तीफे की मांग को लेकर खूब हंगामा मचाया। विधान परिषद में भारी हंगामे के बीच सदर की कार्यवाही पहले तीन बार स्थगित की और फिर बुधवार सुबह 10 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। गौरतलब है कि राष्ट्रीय समाज पक्ष के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री महादेव जानकर के एक वीडियो क्लिप को लेकर यह हंगामा हुआ। इस वीडियो में जानकर चुनाव अधिकारी को यह आदेश देते हुए नजर आ रहे हैं कि गढ़चिरोली के देसाईगंज नगरपरिषद में उनकी पार्टी के प्रत्याशी को मनपसंद चुनाव चिन्ह दिया जाए। शीतकालीन अधिवेशन के दौरान यह वीडियो खूब वायरल हुआ। इस क्लिप में जानकर साफ तौर दबाव बनाते दिखाई दे रहे हैं। राज्य चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए जानकर पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।
कैबिनेट मंत्री पर मामला दर्ज होने के बाद विपक्ष ने जानकर के इस्तीफे की मांग की है। दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा की माँग को नकार दिया गया। इस मसले पर राष्ट्रवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य सुनील तटकरे और जयंत पाटिल ने राज्य सरकार पर तानाशाही तरीके से सरकार चलाने का आरोप लगाया। विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग ने मंत्री पर गुनाह जाहिर किया है । म्इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री खामोश है । स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया लेकिन विपक्ष जानकर के इस्तीफे की मांग पर अड़ा रहा। बार बार विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधान परिषद की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़।
कमोवेश यही हाल विधान सभी में भी देखने को मिला। आज सुबह 11 बजे से ही विपक्ष का मुख्य उद्देश्य जानकर का इस्तीफा रहा। विपक्षी अडचन के कारण 3 बार सभागृह का कामकाज स्थिगत हुआ।और दोपहर 1.54 बजे विधानसभा अध्यक्ष ने आज के कामकाज स्थिगत कर कल 11 बजे पुन: कामकाज शुरू करने की घोषणा की ।