Published On : Thu, Sep 14th, 2017

मुंबई विश्वविद्यालय की 2 लाख में से अब तक जांची गईं महज 25 हजार उत्तरपुस्तिकाएं

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Mumbai University
नागपुर:
मुंबई विश्वविद्यालय के कॉमर्स पाठ्यक्रम की 2 लाख उत्तरपत्रिकाएं जांच के लिए राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के पास भेजी गई थीं. जिसमें से अब तक कुल 25 हजार के करीब उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन होने की जानकारी सामने आ रही है. 24 जुलाई से धनवटे नेशनल कॉलेज और शिवाजी साइंस कॉलेज में उत्तरपत्रिकाओं का मूल्यांकन शुरू हुआ था. विभिन्न कारणों को लेकर यह प्रक्रिया बार बार मंद पड़ रही थी. कभी सर्वर डाउन तो कभी मुंबई विश्वविद्यालय के सॉफ्टवेयर के कारण. 2 लाख उत्तरपुस्तिकाओं को जांचने के लिए मुंबई विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों के साथ ही नागपुर विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने भी अपनी सहमति दिखाई थी और मूल्यांकन का कार्य शुरू किया गया था. लेकिन दो महीने बाद भी 2 लाख उत्तरपुस्तिकाओं को तो छोड़िये केवल 25 हजार उत्तरपुस्तिकाओं की ही अब तक जांच हो पायी है.

मुंबई विश्वविद्यालय में समय पर रिजल्ट नहीं देने के कारण विद्यार्थियों की ओर से कई बार प्रदर्शन किया जा चुका है. रिजल्ट लेट होने के कारण ही राज्यपाल के आदेशों पर मुंबई विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. संजय देशमुख को तय समय सीमा में उत्तरपुस्तिकाओं को जांचने के आदेश दिए गए थे. जिसके बाद देशमुख ने नागपुर विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. सिध्दार्थविनायक काणे से संपर्क किया और दोनों के बीच में सहमति बनी थी.

पहले मूल्यांकन के लिए करीब 250 प्राध्यापक कार्य कर रहे थे. लेकिन अब केवल 6 से 7 प्राध्यापक ही मूल्यांकन का कार्य कर रहे हैं. इस बारे में धनवटे नेशनल कॉलेज के प्राचार्य और समन्वय समिति अध्यक्ष डॉ.बबनराव तायवाड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि अन्य शहरों में भी मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है और अब तक कुल 25 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा चुका है. 19 सितम्बर तक यह मूल्यांकन का काम किया जाएगा.