नागपुर: भांडेवाड़ी डम्पिंग यार्ड में अब ट्रीटेड सीवेज पानी को आग बुझाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा। पिछली बार लगी भीषण आग के बाद सीधे पीने का पानी टैंकर से इस्तेमाल किए जाने को लेकर पर्यावरण सेवी संस्था ग्रीन विजिल फाउडेशन की ओर से ऐतराज जताया गया था। जिसे ध्यान में रखते हुए नागपुर महानगर पालिका की ओर से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलनेवाले पानी को ही उपयोग में लाने के लिए स्थाई रूप से हायड्रंट स्थापित किया है।
साइट का निरीक्षण करने के बाद कौस्तुभ चटर्जी ने बताया कि पिछली बार २.८ लाख लीटर पीने का पानी कचरे में लगी आग को बुझाने के लिए बर्बाद कर दिया था। हालही में पुराने एसटीपी जिसकी क्षमता १०० एमएलडी थी उसे २०० एमएलडी किया जा रहा है। इसी क्रम में यहां तीन विशाल पानी के टैंक बनाए। जिसकी क्षमता ६० बाय २९ बाय ५ मीटर है। इसमें फिलहाल ३ मीटर पानी है। इतने पानी से इस साल की गर्मी का मौसम आसानी से निकाला जा सकता है। ख़ास बात यह है कि इतने विशाल टैंक में दो हजार टैंकर से भी ज़्यादा पानी पाया जा सकता है। इससे हासिल यह हो रहा है कि क़ीमती पीने का पानी अब कचरे की आग को बुझाने पर ख़र्च नहीं होगा।