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नागपुर :नागपुर महानगरपालिका कर्मचारी सहकारी बैंक की पिछले रविवार ९ सितम्बर को आमसभा हुई. इस सभा में सदस्यों के भर्ती घोटाले जैसे संगीन आरोप पर संचालक मंडल मुकर गया.
उक्त बैंक की आमसभा महात्मा फुले सांस्कृतिक भवन में संपन्न हुई. बैठक में गौतम मंगल गेडाम और दीपक मोहन स्वामी ने लिखित रूप से प्रश्न पूछे थे. इन प्रश्नों में कर्मचारियों की भर्ती का मुद्दा भी था.नियमानुसार उक्त प्रश्नों का लिखित जवाब आमसभा के पूर्व देना अनिवार्य होने के बाद भी संचालक मंडल द्वारा जवाब नहीं दिया गया. इसके अलावा आमसभा में मौखिक सवाल करने पर संचालक मंडल ने सभा के अंत में जवाब देने की जानकारी दी.
इतना ही नहीं आमसभा की विषय पत्रिका में भर्ती घोटाले सम्बन्धी विषय को स्थान नहीं दिया गया. इस मामले पर सवाल करने पर बैंक के अध्यक्ष ने जवाब देने के बजाय उसे टाल गए. संचालन मंडल के अड़ियल रवैये के कारण उपस्थित सभासदों ने पद भर्ती के प्रस्ताव को नामंजूर करने का निर्णय लिया. हंगामा होता देख संचालन मंडल ने आनन-फानन में सभा संपन्न करने की घोषणा कर अपने गंतव्य स्थल की ओर चलते बने.
उल्लेखनीय है कि सभासदों ने संचालन मंडल से सवाल किया कि बैंक की आर्थिक स्थिति सम्मानजनक न होने के कारण किस आधार पर बड़े पैमाने में रिक्त पदों पर भर्ती की गई. अगले वर्ष बैंक के चुनाव होने हैं, तब अगला संचालन मंडल कैसे आर्थिक तंगी से उभरेगी. भर्ती प्रक्रिया में रोस्टर फॉर्मूले को नज़रअंदाज किया गया.
