अमरावती। सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों को दी जाने वाली रकम महिनों से नहीं मिल रही. जिससे संतप्त लाभार्थियों का मंगलवार को गुस्सा फट पड़ा. तहसील कार्यालय पर हल्लाबोल कर इस योजना के नायब तहसीलदार व्ही.डी.पाटिल के मुंह को कालिख पोतने के लिये महिलाएं आगे बढ़ी, लेकिन जैसी ही मोर्चा तहसील कार्यालय पहुंचा पाटिल नदारद मिलने से आखिरकार उपविभागीय अधिकारी प्रवीण ठाकरे से मिलकर आंदोलनकारियों ने पाटिल को निलंबित करने की मांग की.
लाभार्थियों ने बताया कि सरकारी योजनाओं के अंतर्गत संजय गांधी निराधार, इंदिरा गांधी, श्रावणबाल योजना के तहत लाभार्थियों को रकम नहीं मिली, किंतु नायब तहसीलदार व्ही.डी.पाटिल व्दारा गत् 8-9 माह से योजनाओं के बिल जारी नहीं किये जाने से लाभार्थियों को तहसील और बैंक के चक्कर कांटने विवश होना पड़ रहा है. गत् 2-3 वर्षों से एक भी योजना का फार्म जमा नहीं करने से सैकड़ों लाभार्थी योजना से वंचित है. पाटिल ने महिलाओं से असभ्य बर्ताव कर फाइलों को फेंक दिया ऐसे अधिकारी को निलंबित करने की मांग करते हुए ठाकरे से चर्चा की. ठाकरे ने लाभार्थियों की सभी फाईल पर तत्काल निर्णय लेने का आश्वासन दिया. इस समय सुमती ढोके, अरुणा चचाणे, रोशनी लुचाईवाले, प्रतिभा बोरकर, वंदना जामनेकर, आशा बसने, सीमा लवणकर,मीरा कोरटके, रहीशा परवीन, लता अंबुलकर, सोनाली बहाले, अर्चना तालन, चंदा लांडगे, किरण पोकले समेत सैकडों लाभार्थी शामिल हुए.