Published On : Thu, Aug 25th, 2016

मनपा क्रीड़ा साहित्य घोटाला : 109 लोगों के खिलाफ आरोप तय, सुनवाई 17 से

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NMC logoवर्ष 2000 से 2002 की कालावधि में मनपा के करोड़ो रुपए के क्रीड़ा साहित्य घोटाला मामले की सुनवाई मुख्य न्यायदंडाधिकारी डी.पी. रागिट की अदालत में 17 सितंबर से शुरू होगी.

अगस्त के पहले सप्ताह में घोटाले के आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू हुई. बुधवार को यह पूरी हो गई. अब तक 109 लोगों के खिलाफ आरोप तय किए गए है. इस घोटाले में भाजपा के कुछ तत्कालीन पार्षद व मनपा अधिकारी समेत 120 लोगों का समावेश था. इसमें से 7 आरोपियों का देहांत हो गया है. इन आरोपियों में से दो मौजूदा विधायक व 30 पार्षद है.

जिन लोगों पर आरोप तय हुए है उनमें तत्कालीन क्रीड़ा अधिकारी साहबराव राऊत, आशा बनारसी, विधायक कृष्णा खोपडे. व विकास कुंभारे, पूर्व महापौर कल्पना पांडे, अर्चना डेहणकर, विक्रम पनकुले, रमेश सिंगारे, अनिल धावडे., मिलिंद गाणार, रज्जन चावरिया, बंडू पारवे, यशवंत मेश्राम, राजू बहादुरे, किशोर गजभिये, प्रमोद पेंडके का समावेश है.

वर्ष 2000 में क्रीड़ा साहित्य घोटाले की शिकायत की गई थी. सितंबर 2001 में राज्य की कांग्रेस सरकार ने मनपा बर्खास्त कर दी थी. उस समय टी.चंद्रशेखर को प्रशासक नियुक्त किया गया था. घोटाले की जांच भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नंदलाल गुप्ता की अगुवाई वाली समिति को सौंपी गई थी. समिति को ढाई करोड. से अधिक का घोटाला नजर आया. जिससे समिति की रिपोर्ट के मुताबिक मनपा उपायुक्त रिजवान सिद्दीकी की शिकायत पर 120 लोगों के खिलाफ सदर पुलिस स्टेशन में भादंवि की धारा 420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया था.

घोटाले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई थी. तत्कालीन पुलिस निरीक्षक एस. पी. चव्हाण घोटाले के जांच अधिकारी है. कोर्ट में विधायक खोपडे., विकास कुंभारे व कई मौजूदा व पूर्व पार्षद आरोपी के रूप में उपस्थित थे.