Published On : Wed, Sep 7th, 2016

मृतक निमगडे की हत्या के राजदार है … वकील,बिल्डर,नेता और पुलिस ?

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nimgade-murder-nagpurमंगलवार की सुबह-सुबह एक वृद्ध की हत्या सम्पूर्ण शहर को झकझोंर दिया कि यह एक सामान्य अपराधी द्वारा की गई हत्या नहीं बल्कि एक सुनियोजित ढंग से की गई हत्या थी,जिसके छींटे वकील,भवननिर्माता,भू-माफिया और सफेदपोश पर प्रत्यक्ष रूप से पड़े है. जानकर की माने तो खाकीधारी का मूक-प्रदर्शन भी ऐसे कृतो को प्रोत्साहित कर रहा है.

खबरी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार १०० करोड़ की जमीन के मालिक सीनियर सिटीजन 72 वर्षीय एकनाथ धर्माजी निमगडे की हत्या कल मंगलवार की सुबह अज्ञात हमलवारों ने की.इसके पीछे की वजह यह बताई गई कि निमगड़े की वर्धा मार्ग से सटी जमीन है,ठीक इस जमीन के पीछे भवन निर्माता “अन्ना” की जमीन है.इस जमीन में “अन्ना” का पार्टनर शिवसेना के पूर्व केंद्रीय मंत्री है जो अब कांग्रेस  है .दोनों ने मिलकर इस जमीन पर आलीशान प्रकल्प खड़ा करने की योजना कुछ साल पूर्व बनाई थी,लेकिन अड़चन यह थी कि उनके सपनों के प्रकल्प तक पहुँचने का मार्ग वर्धा रोड से नहीं था तो उन्होंने इस समस्या का निजात पाने के लिए भिवगडे से संपर्क किया और निमगडे की जमीन से अपने प्रकल्प के लिए रास्ता निकालने के लिए जगह मांगी।

वही निमगडे उन्हें बारंबार टाल रहा था कि जब उसके जमीन पर कोई निर्माणकार्य शुरू होंगा तब देखेंगे। इस चक्कर में ३-४ साल बीत गए लेकिन वर्ष २०१५ तक कोई निराकरण नहीं निकला। इसी वर्ष “अन्ना ” और उक्त सफेदपोश भिवगडे के घर उक्त उद्देश्यपूर्ति हेतु चर्चा के लिए गए थे.

खबरची के अनुसार इस दफे समझौते के लिए निमगडे के करीबी परिजन काफी कोशिशें कर रहे थे.जब यह बैठक भी असफल रही और अपने सपनों के प्रकल्प को बिखरता और भिवगडे की जिद्द के आगे खुद को पिसता देख भिवगडे को हटाने के लिए यह घिनौनी कृत को अंजाम दिया गया.

वैसे भी उक्त भवन निर्माता “अन्ना” और उक्त पूर्व शिवसैनिक ,पूर्व केंद्रीय मंत्री का जिले में जमीन मामले में काफी रूचि है.”अन्ना” खुद की कंपनी बनाकर जिले में टाउनशिप तैयार करने में लीन है,जमीन खरीद-बिक्री मामले में अनगिनत गड़बड़िया की लेकिन “अन्ना” की पहुँच खाकीधारी में तगड़ी होने के कारण कोई उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाया,तो उक्त सफेदपोश राजनीत में कमाई को जिले के कई दिग्गज बिल्डर के मार्फ़त उनके प्रकल्प में निवेश कर फलफूल रहे है.इस नेता का जिले की इंड्रस्ट्रियल एरिया में स्थापित फैक्टरियों में लेबर बढ़ा काम है और दक्षिण भारत के एक शहर में आलीशान होटल है.

परिजन पर भी शक-संदेह
मृतक निमगडे का परिजन पेशे से वकील है,उसे क़ानूनी ज्ञान भली-भाँति होने के कारण खबरची की शंका है कि इस परिजन ने भवन निर्माता”अन्ना” और मृतक निमगडे की बैठक करवाकर भवन निर्माता “अन्ना” को मदद करनी चाही लेकिन मृतक निमगडे की अड़ियल रवैय्ये के कारण बारंबार असफलता हाथ लग रही थी.खबरची का संदेह इस ओर पुलिस का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश गौर-ए-काबिल है.इस मामले में क्रेडाई के एक अन्य पदाधिकारी सह मृतक निमगडे का जिनसे न्यायालयीन विवाद चल रहा है,उस पर भी संदेह है.

घटना स्थल के समीप कानून विशेषज्ञ का कार्यालय
उल्लेखनीय यह है कि मृतक निमगडे पर जहाँ गोली चली,वही समीप एक नामचीन कानून विशेषज्ञ का कार्यालय सह गृह है.अपराध जैसे मामलों में अपने मुवक्किलों को हमेशा राहत दिलवाने में अव्वल रहने वाले इस शख्स चुप्पी रहना भी समझ से परे है.

पुलिस की जाँच में ढुलमुलता
पुलिस खबरची के अनुसार शहर में वर्षो से सुनियोजित मर्डर की सफल योजना रची गई है,यह कड़वा सत्य है कि मर्डर सह जमीन कब्ज़ा आदि के लिए जब भी सुनियोजित योजना रची गई,उसमें पुलिसिया योगदान को प्रमुखता से दिया जाता रहा है.मृतक भिवगडे का स्थल अमूमन सुनसान रहता है,यह सार्वजानिक है.यह जगह का चयन इसलिए भी किया गया ताकि प्रत्यक्षदर्शी का आभाव रहे और मामला कुछ दिनों में ठन्डे बस्ते में चला जाये।

 – राजीव रंजन कुशवाहा