नागपुर: बच्चों का आधार कार्ड यूआईडी (युनीक आईडेंटीटी नंबर) बनाने में होनेवाली देरी को ध्यान में रखते हुए इसका सॉल्युशन सरकार ने खोज निकाला है। अब प्रशासन बच्चों के पैदा होते ही उन्हें अस्पताल में जाकर उसका यूआईडी पंजियन करेगी।
राज्य में नागपुर में पहली बार अस्पतालों में बच्चे के पैदा होते ही उन्हें आधार कार्ड का यूआईडी नंबर उपलब्ध कराने का अभियान शुरू किया जानेवाला है। इसके िलए जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा 15 टैब भी खरीदे गए हैं, जो अस्पतालों में बच्चे के पैदा होते ही स्पॉट पर आधार कार्ड की जानकारी जुटा कर बच्चे का यूआईडी नंबर जारी कर देंगे।
जिलाधिकारी कार्यालय स्थित ई-जिला प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल डोंगरदिवे ने बताया कि राज्य में नागपुर में पहली बार यह ट्रायल होने जा रहा है। सरकारी के साथ प्रमुख प्रायवेट अस्पतालों में पैदा होनेवाले बच्चों का आधार का यूआईडी नंबर बनाकर दिया जाएगा।
नवजात शिशुओं का पंजियन टैब के माध्यम से किया जाएगा। इसके बाद यही यूआईडी नंबर बच्चे की बर्थ सर्टिफिकेट में भी अंकित मिलेगा। मनपा के जन्म और मृत्यु रिकॉर्ड विभाग के साथ भी इस जानकारी को संलग्नित किया जाएगा। इसका लाभ बड़े पैमाने पर पालकों के साथ नवजात को मिलने की संभावना जताई जा रही है। अगर परियोजना नागपुर में सफल रही तो राज्य भर के लिए इसे अपनाया जाएगा।