नागपुर : मनपा के चर्चित विभागों में से एक कारखाना विभाग में विगत माह बड़ी कार्रवाई के बाद भी सुधार नहीं हुआ. आज भी व्यवस्था चरमराई हुई है और प्रशासन के वर्दहस्त पर इसे विवादास्पद मानकर, भोतमांगे व कायरकर को इसी विभाग में तैनात किया जाना समझ से परे है.
विभाग के जानकर सूत्रों के अनुसार कारखाना विभाग के मार्फ़त लगभग १२५ वाहनों को ईंधन पूर्ति के लिए रोजाना कूपन दिया जाता है. रोजाना कूपन देने के लिए तैनात एक जोड़ी मोहरील लगभग १० बजे वर्कशॉप में आते हैं. जबकि रोजाना ईंधन की कूपन लेने वाले वाहन और उसके चालक सुबह ७ बजे से अपना नंबर लगाने के लिए पहुँच जाते हैं. लगभग ढाई से तीन घंटे बाद मोहरील आते हैं, उसके बाद क्रमवार कूपन जारी करते हैं. इस प्रक्रिया में तकरीबन घंटे भर वाहन चालकों के ख़राब होते हैं. फिर इसके बाद कूपन लेकर सिविल लाइंस स्थित भोले पेट्रोल पंप पर भी पेट्रोल/डीजल भरने में समय गंवाना पड़ता है. अर्थात एक वाहन चालक अपनी ड्यूटी की सिमित कालावधि का आधा दिन ईंधन के नाम पर गवा देता हैं.
इस चक्कर में प्रशासन पर ओवरटाइम का भार पड़ना लाजमी है. मनपा आज आर्थिक अड़चनों से सामना कर रही है. इसलिए प्रशासन से जागरुक नागरिकों ने मनपा आयुक्त से गुजारिश की है कि ईंधन कूपन वितरण व्यवस्था और उससे नुकसान होने वाले कर्मियों का महत्वपूर्ण समय की समीक्षा की जाए और ईंधन सह कर्मियों के समय की बचत करने हेतु महत्वपूर्ण व ठोस उपाययोजना की जाए.
इन जागरूक नागरिकों के साथ विभाग के जानकारों का कहना है कि वाहनों के एवरेज और क्षमता के मद्देनज़र ईंधन पूर्ति की जाए. ईंधन कूपन देने वाले कर्मी सुबह ६ बजे से दोपहर २ बजे तक वर्कशॉप में उपलब्ध रहे. साथ ही वर्कशॉप विभाग की अड़चनों व विवाद में लाने वाले मानकर, भोतमांगे व कायरकर की वर्कशॉप विभाग से छुट्टी कर मुख्यालय में तैनातगी की जाए. क्यूंकि पिछले दिनों उछले घोटाले के मुख्य सूत्रधार ये तीनों ही हैं और आज भी सफेदपोश के हस्तक्षेप के कारण वर्कशॉप विभाग में मजे काट रहे हैं.
उल्लेखनीय यह है कि मनपा प्रशासन ने वर्कशॉप विभाग के प्रमुख का तबादला कर उनकी जगह चिटनीस की तैनातगी का आदेश जारी कर दिया है. विभाग प्रमुख के बदलाव से विभाग में सुधार मुमकिन नहीं, बल्कि विभाग के नासूर का तबादला समय की मांग है.










