नागपुर: शहर में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक आई वृद्धि ने मनपा और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। जनवरी 2025 से अब तक 15 कोविड मरीज सामने आए हैं, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने नागपुर के सभी 10 जोन में स्क्रीनिंग सेंटर शुरू करने का निर्णय लिया है।
मृतकों को पहले से थी गंभीर बीमारियां
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दोनों मृतकों में एक नागपुर और एक चंद्रपुर जिले का निवासी था। दोनों मरीज एचआईवी, टीबी और किडनी संबंधी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अत्यंत कमजोर हो गई थी। ऐसे में कोरोना संक्रमण उनके लिए जानलेवा साबित हुआ।
मई में मामलों में पांच गुना वृद्धि
अब तक 85 लोगों की कोविड जांच की गई है, जिनमें से 15 पॉजिटिव पाए गए। खास बात यह है कि जहां अप्रैल में मामलों की संख्या बेहद कम थी, वहीं मई में की गई 26 जांचों में 10 मरीज पॉजिटिव निकले, जो कि एक पांच गुना वृद्धि को दर्शाता है। वर्तमान में 4 मरीज सक्रिय हैं, जबकि बाकी को उपचार के बाद छुट्टी मिल चुकी है।
राज्य सरकार की त्वरित कार्रवाई के निर्देश
राज्य सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन से इस स्थिति पर तत्काल एक्शन टेकन रिपोर्ट (ATR) मांगी है। साथ ही, सभी संबंधित संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे दवाओं, पीपीई किट्स, आइसोलेशन बेड, मेडिकल ऑक्सीजन, ICU और वेंटिलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
विशेषज्ञों की सलाह: सतर्क रहें, घबराएं नहीं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ओमीक्रॉन का वर्तमान वैरिएंट अपेक्षाकृत कम घातक है। हालांकि, कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को मास्क का नियमित उपयोग, भीड़ से बचाव, और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच और उपचार की सलाह दी गई है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और सह-रुग्णता वाले नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई गई है।