नागपुर: शहर के एक प्रमुख उत्सव के तौर पर अंग्रेजकालीन त्यौहार मार्बत और बडग्या मनाया जाता है. ख़ास बात यह है कि इस उत्सव को केवल नागपुर में ही मनाया जाता है. ‘रोग राई घेऊन जा गे मारबत’ इस घोषवाक्य के इस जुलूस के दौरान लगाए जाते हैं. यह उत्सव है काली पिली मारबत के साथ बड़गे निकालने का उत्सव. तान्हा पोले के अवसर पर शहर के इतवारी, नेहरू चौक से पिली मारबत, काली मारबत समेत बड़गे निकाले गए. बैंड बाजे के साथ निकाले गए इन बड़गों में विभिन्न प्रकार के स्लोगन भी दिखाई दिए. इसे देखने के लिए लाखों की तादाद में शहर के नागरिकों ने शिरकत की. इतवारी से होते हुए नेहरू चौक, बडकस चौक होते हुए यह निकले.
विभिन्न मंडलों द्वारा यह बड़गे निकाले जाते हैं. चीनी वस्तुओं के विरोध का बडग्या जिसमें चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करनेवाले बडग्या इस दौरान ख़ास आकर्षण का केंद्र रहे. साथ ही भारतीय जनता पार्टी बडग्या उत्सव समिति की ओर से भी चीनी वस्तुओं का विरोध दर्शाता बडग्या निकाला गया. वाहन के लिए वहन चार्ज ज्यादा होने की वजह से आम आदमी परेशान है और ज्यादा पैसा मंत्रियों की जेब में जाता है, इसके विरोध में भी बडग्या निकाला गया.
ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव मिशन फाॅर्स की ओर से नागपुर महानगर पालिका के आरोग्य विभाग में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी बड़े अधिकारी का बडग्या निकाला गया, ब्लू वेल गेम के कारण कई बच्चों की दुनिया में मौत हो चुकी है. जिसके कारण इसको बनानेवाले के विरोध में भी बडग्या दिखाई दिया. साथ ही हर साल की तरह इस साल भी पृथक विदर्भ की मांग को लेकर मंत्रियो के विरोध में बडग्या दिखाई दिया. शिवशक्ति मंदिर एक्शन कमिटी द्वारा किसानों के मुहावजा खाने के विरोध में भी बडग्या दिखाई दिया, आदिम समाज का भी बडग्या इस दौरान आक्रषण का केंद्र रहा.