Published On : Tue, Jan 8th, 2019

नाग नदी सौन्दर्यीकरण से वातावरण शुद्ध व पर्यटन को मिलेंगा बढ़ावा

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नागपुर: नाग नदी का सौन्दर्यीकरण का विस्तार योजना फ्रांस की एएफडी ने तैयार किया।जिसे मनपा ने अमल में लाया तो शहर न सिर्फ आकर्षक बल्कि इसे देखने व आनंद लेने के लिए पर्यटकों का भी हुजूम लग सकता हैं.तैयार योजना के अनुसार नाग नदी किनारे ८ जगहों पर आकर्षक बगीचे सह साइकिल ट्रैक,८ पुल सहित नदी किनारे के पुराने ऐतिहासिक वास्तु तक पहुँचने के लिए हेरिटेज वॉक तैयार किया जाएगा।

नदी के दोनों किनारे से १५ मीटर तक सौन्दर्यीकरण का विस्तार योजना तैयार कर हाल ही में एएफडी ने मनपा आयुक्त के सुपुर्द किया। नदी की लंबाई १७ किलोमीटर की हैं,इसके दोनों किनारों का सौन्दर्यीकरण पर १६०० करोड़ का खर्च का आंकलन किया गया हैं.इसके पूर्व नाग नदी के गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए नाग नदी प्रदुषण निर्मूलन प्रकल्प शुरू किया जाएगा।इस कार्य के लिए जापान के ‘जिका’ संस्था ने सहयोग के लिए अपनी तैयारी दर्शाई हैं.इसके लिए १२५२ करोड़ का खर्च आंकी गई हैं.इसके लिए केंद्र सरकार ६०% तो राज्य सरकार २५% अनुदान देने का निर्णय लिया हैं.शेष १५% मनपा को करनी पड़ेंगी। नाग नदी से प्रदुषण निर्मूलन के बाद नदी सौंदर्यीकरण प्रकल्प की शुरुआत की जाएंगी।फ़िलहाल मामला कागजों तक सिमित हैं.

एएफडी ने विश्व की विभिन्न नदियों के किनारों पर किया गया सौंदर्यीकरण का अध्ययन कर नाग नदी के सौंदर्यीकरण का विस्तार योजना तैयार किया हैं.कुल १७ किलोमीटर की योजना में अंबाझरी तलाव परिसर, शंकरनगर चौक, सिताबर्डी, अशोक चौक, सेंट जेवियर,प्रजापतीनगर के पास आकर्षक बगीचा,पारडी पुलिया का निर्माण किया जाएगा। नाग नदी के समीप मेट्रो स्टेशन परिसर में सौन्दर्यीकरण करने के लिए मेट्रो रेल प्रबंधन ने हामी भरी हैं.नदी किनारे संगमेश्‍वर मंदिर, काशीबाई मंदिर तक हेरिटेज वॉक तैयार किया जाएगा।साथ ही १० किलोमीटर का साइकिल ट्रैक का भी निर्माण किया जाएगा।

९ जनवरी को जापानी दल नागपुर में
नाग नदी सौन्दर्यीकरण की विस्तार योजना पर काम करने के पूर्व नाग नदी प्रदुषण निर्मूलन का विस्तार योजना के अनुसार किये जाने वाले कार्यों की जांच-पड़ताल के लिए ‘जिका’ संस्था के ९ प्रतिनिधि का शिष्टमंडल कल ९ जनवरी को नागपुर आगमन हो रहा हैं.योजना अनुसार सम्पूर्ण जाँच पड़ताल के बाद जापान सरकार करार करने का निर्णय लेंगी,इसके बाद प्रदुषण निर्मूलन प्रकल्प शुरू किया जाएगा।उक्त प्रतिनिधि २ माह नागपुर में रहकर निर्मूलन के सन्दर्भ में प्रक्रिया पूर्ण करेंगी।

५० हेक्टर परिसर में होंगी हरियाली
तय प्रस्ताव के अनुसार नाग नदी के किनारे का ५० हेक्टर जगह का कायापलट किया जाएगा।इसमें से अधिकांश भाग में हरियाली रहेंगी।अंबाझरी बगीचे के निकट नाग नदी सूचना केंद्र के साथ पैदल चलने वालों के लिए ट्रैक का निर्माण किया जाएगा।बरसात में बाढ़ की संभावनाओं के मद्देनज़र उसके नियंत्रण के लिए एक द्वार का निर्माण किया जाएगा,निर्मित होने वाले ८ बगीचों में आवाजाही के लिए सड़क किनारे शोभा बढ़ाने वाली फूलों के पेड़ों से लबरेज होंगी।नागरिकों के लिए कचरा संकलन केंद्र तैयार किया जाएगा।इन बगीचों में सुबह-शाम सहल की व्यवस्था की जाएंगी।इन बगीचों में गर्मियों के दिनों में शहर का तापमान नियंत्रण के लिए वृक्षारोपण किया जाएगा।रात में बगीचों के लिए आकर्षक लाइटिंग की जाएंगी।

महामेट्रो निर्माण करेंगा ‘वॉक वे’
अंबाझरी तालाब की सुंदरता स्वामी विवेकानंद स्मारक और नाग नदी सौन्दर्यीकरण से बढ़ जाएंगी,स्मारक का निर्माण हो चूका हैं.महामेट्रो अंबाझरी और सुभास नगर के मेट्रो स्टेशन के मध्य ‘वॉक वे’ निर्माण करने की हामी भरी हैं.

सेंट जेवियर स्कूल के पास फुटब्रिज
नाग नदी के सौन्दर्यीकरण के साथ नागरिकों को शुद्ध पर्यावरण का आनंद मिले इसलिए हिरवी नगर परिसर से सटी सेंट जेवियर स्कूल के पास फुटब्रिज निर्माण किया जाएगा।इसके अलावा प्रजापति नगर परिसर किनारे पर साइकिल ट्रैक सहित भांडेवाडी रेलवे स्टेशन से हिरवी नगर तक फुटब्रिज प्रस्तावित हैं.