रामटेक (नागपुर)। भोसला देवस्थान के मालिकाना खेत से खेत तालाब बनाने के लिए सेकड़ो ब्रास मुरूम का धड़ल्ले उत्खनन जेसीबी और पोकलान के सहायता से शुरू है. रोज कई ट्रक और ट्रॅक्टर की कतार लगाकर मुरूम परिवहन की घटना रामटेक-चिचाल मार्ग पर बिना दिक्क्त से शुरू है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामटेक-चिचाला मार्ग पर रामटेक से करीब 3 किमी पर रामटेक के प्रसिद्ध भोसला देवस्थान के मालकाना खेत अनेक सालों से पडित है. देवस्थान रिसिव्हर ने खेत में खेत तालाब करने के लिए संमतीपत्र महादेव रामाजी भिवगडे के नाम पर दिया ऐसी जानकारी है. इस तरह खेत सर्व्हे क्र. 191,194,195 आरजी अनुक्रमांक 11.84 हे. आर, 1.86 और 6.20 है, रामटेक राजस्व विभाग से प्रथम 14 नवंबर को 500 ब्रास और बाद में 25 नवंबर को 200 ब्रास मुरूम उत्खनन की अनुमति मिलने का पता चला है. 30 नवंबर तक मुरूम उत्खनन का आदेश है. मुद्दत निकलने के बाद भी मुरूम उत्खनन और परिवहन का कार्य बिना दिक्कत से शुरू है. महत्वपुर्ण बात यह है कि एक ट्रक में 4-5 ब्रास मुरूम आता है. लेकिन वाहनमालक मुरूम ओवरलोड कर ले जा रहे है.
राजस्व विभाग गहरी नींद में है कि उनके हाथ बंधे है ऐसा संदेह निर्माण हो रहा है. गत कुछ माह पहले भी अवैध तरीके से जेसीबी द्वारा मुरूम उठाने का काम चल रहा था. कृषि विभाग के अनुसार 20 बाय 20 और 30 बाय 30 मीटर और 10 मीटर की गहराई कर दो गढ्ढे किये गए. यहां से निकली मिट्टी, मुरूम खेत तालाब की मजबुती के लिए अच्छी होती है और उसपर तुवर की फसल भी उगाई जाती है. लेकिन ठेकेदारों को मुरम उठाने में ज्यादा रूचि है और लाखों का फायदा कर रहे है. इस प्रकार में किसी सामाजिक अथवा राजकीय व्यक्ति का हात है ऐसी चर्चा परिसर में है.