Published On : Tue, Nov 17th, 2020

पंचशील टॉकीज चौक पर भीख मांगनेवाले बच्चों के कारण शर्मिंदा हो रहे है वाहनचालक

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नागपुर– नागपुर शहर के हर एक चौक में भीख माँगनेवाली महिलाएं और छोटे बच्चों की तादाद काफी बढ़ रही है. कॉटन मार्केट चौक, सविंधान चौक समेत पंचशील टॉकीज चौक में भी यह काफी बढ़ गए है. अब तो हालात यह हो गए है की पंचशील टॉकीज के पास यह छोटे बच्चे वाहनचालकों के पैसो के लिए पैर पकड़ने लगते है, जिसके कारण रोजाना सैकड़ों वाहनचालकों को शर्मिंदा होना पड़ता है. जिसके पास कुछ चिल्लर पैसा होता है, वो इन्हे दे देता है, लेकिन जिसके पास नहीं है, उसको यह छोटे बच्चे काफी परेशान कर देते है. इनकी वजह से वाहनचालक शर्मिंदा होने की बजाएं कई बार सिग्नल तोड़कर भी चले जाते है, जिसके कारण वाहनचालकों के साथ दुर्घटनाओ का खतरा भी बन रहा है.

ख़ास बात यह है की कई जगहों पर यह कुछ चीजें भी बेचते है, लेकिन इनका उद्देश्य भीख माँगना ही होता है. कई सिग्नलों पर देखने में आया है की ट्रैफिक पुलिस होने के बावजूद भी वे इन बच्चों को यहां से हटने के लिए नहीं कहते है. शहर में कुछ वर्ष पहले एक विदेशी महिला पंचशील टॉकीज चौक से धंतोली की तरफ जा रही थी, उस दौरान कुछ भीख मांगनेवाले बच्चों ने उससे कुछ मांगा तो उसके बाद उसने उन्हें इन बच्चों को कुछ पैसे दे दिए, इसके बाद कई बच्चों ने आकर उसके पैर पकड़ लिए और उसका पर्स भी पकड़ लिया, जिसके कारण वो विदेशी महिला काफी परेशान हो गई थी. इसके बाद वहां खड़े कुछ लोगों ने इन बच्चों को वहां से भगाया.

नियमित रूप से इन बच्चों को रेस्क्यू करना चाहिए, लेकिन वो किया नहीं जाता है.पुलिस, सामाजिक सुरक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग की संयुक्त कार्रवाई से ही इन्हे रेस्क्यू किया जाता है. लेकिन तीनों में तालमेल और आपसी सहयोग का अभाव होने के कारण कार्रवाई कुछ दिनों बाद मंद पड़ जाती है.

इस मामले में महिला बालविकास विभाग के जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान ‘ नागपुर टुडे ‘ को बताया की पुलिस और सामाजिक सुरक्षा विभाग के बिना हम कार्रवाई नहीं कर सकते. 15 दिन पहले कॉटन मार्केट से 4 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था. कुछ महीने पहले बर्डी में इनके माता पिता कुल मिलाकर 7 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था. उन्हें जेल भी हुई थी.पुलिस विभाग से संपर्क कर एक बार फिर कार्रवाई के लिए कहता हु. उन्होंने कहा की इन भिखारियों के लिए इन तीनों विभागों के साथ ही मनपा की ओर से भी पुनर्वसन मुहीम शुरू करनी चाहिए. पठान ने एक और बात कही की अगर यह बच्चे भीख मांग वाहनचालकों को परेशान कर रहे है तो सिग्नल पर खड़े पुलिस कर्मी इनको यहां से हटा सकते है, लेकिन वे ऐसा नहीं करते. पठान ने इनपर पुलिस विभाग से मदद लेकर कार्रवाई की बात कही.