Published On : Wed, Jun 21st, 2017

11वीं कक्षा के ऑनलाइन आवेदन के लिए वसूल रहे 100 रुपए ज्यादा

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नागपुर:
 दसवीं कक्षा के रिजल्ट आने के बाद 11वीं कक्षा के लिए केंद्रीय पद्धति द्वारा ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है. इसकी फीस 150 रुपए रखी गई है. इस फीस में जानकारी पुस्तिका का भी समावेश है. लेकिन कई स्कूल नियमों को ताक पर रखकर 150 रुपए लेने की बजाय 250 रुपए की फीस भोलेभाले विद्याथियों से ऐंठ रहे है. गांधीबाग स्थित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद हाईस्कूल, जूनियर कॉलेज व अंजुमन उर्दू प्राइमरी स्कूल में ऑनलाइन फॉर्म भरनेवाले विद्यार्थियों से ऑनलाइन फॉर्म भरने के साथ जानकारी पुस्तिका देने के लिए हर विद्यार्थी से 250 रुपए वसूली किए जाने का मामला सामने आया है. नागपुर टुडे की ओर से बुधवार सुबह जब इस हाईस्कूल की जांच की गई तो विद्यार्थियों ने खुद इस मामले की पोल खोल कर रख दी.

इस स्कूल में आनेवाले विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूल ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए 100 रुपए और 150 रुपए जानकारी पुस्तिका के ले रही है. जबकि इसके लिए विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की रसीद नहीं दी जा रही है. नागपुर शहर में ही एक बड़ी स्कूल की इस तरह से लूट शुरू रहने के बाद भी प्रशासन का रवैय्या उदासीन है.

इस बारे में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद हाईस्कूल, जूनियर कॉलेज व अंजुमन उर्दू प्राइमरी स्कूल की मुख्याध्यापिका रजिया सुल्तान से जब बात की गई तो उन्होंने आरोपों से साफ इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि स्कूल में किसी भी विद्यार्थी से ज्यादा शुल्क नहीं वसूला जा रहा है. उनकी निगरानी में ही विद्यार्थियों के आवेदन स्वीकारे जा रहे हैं. 100 रुपए ज्यादा शुल्क वसूलने की जानकारी गलत है. इस दौरान उन्होंने शिकायत करनेवाले विद्यार्थियों के नाम बताने की भी मांग की.


शिक्षा विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर शिवलिंग पाटवे को जब इस पूरे मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यार्थी से स्कूल प्रशासन 150 रुपए से ज्यादा फीस नहीं ले सकता है. बावजूद इसके अगर कोई स्कूल या महाविद्यालय इस तरह से ज्यादा शुल्क वसूल करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

आरटीई एक्शन कमेटी के अध्यक्ष मो. शाहिद शरीफ ने बताया कि उनके पास कई विद्यार्थियों की शिकायतें आयी थीं कि विद्यार्थियों से 150 रुपए की जगह 250 रुपए वसूले जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह अवैध वसूली सरासर गलत है. जिसके आधार पर उन्होंने समन्धित हाईस्कूल पर उचित कार्रवाई की मांग की है.

—शमानंद तायडे