Published On : Mon, May 2nd, 2022

मोहफुल और फलों से शराब नहीं कुछ और बनाओ

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-उपमुख्यमंत्री अजित पवार की सलाह

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गढ़चिरौली – भले ही राज्य सरकार ने मोहफुल और फलों से शराब का उत्पादन करने का फैसला किया है,लेकिन गढ़चिरौली जिले में शराब पर प्रतिबंध है और इसे उठाने का कोई सवाल ही नहीं है. इसलिए जिले में बड़ी संख्या में फूलों से शराब बनाना संभव नहीं होगा.
लेकिन इन फूलों से इथेनॉल, आर.एस. (रेक्टिफाइड स्पिरिट), न्यूट्रीफाइड एल्कोहल तैयार किया जा सकता है। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि अगर स्थानीय लोगों में से कोई भी इसके लिए पहल करता है या मोहफुलों की संयुक्त खेती के लिए आगे आता है, तो हम निश्चित रूप से उनकी मदद करेंगे।

वे विगत दिनों पूर्व राज्य मंत्री एवं विधायक धर्मराव बाबा अतराम के गढ़चिरौली स्थित आवास पर पत्रकारों से चर्चा के वक्त अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, विधायक धर्मराव बाबा अतराम, युवा नेता ऋतुराज हलगेकर उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि सरकार पूरे राज्य को चलाते हुए गढ़चिरौली जिले पर विशेष ध्यान दे रही है.
उन्होंने यहां के हालात और तेलंगाना और छत्तीसगढ़ जैसे आसपास के राज्यों के हालात के बारे में जानकारी ली। पुलिस विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों आदि से बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जाना।

रेलवे पर बैठक
गढ़चिरौली जिले में लंबे समय से प्रतीक्षित रेल समस्या का जल्द समाधान होगा। रेलवे और एयरपोर्ट रनवे को लेकर जिलाधिकारी से चर्चा की गई। संबंधितों को उन्होंने मुंबई आने के लिए कहा गया है।पवार ने कहा कि वहां के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे, जिलाधिकारी और मेरे विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही इस मसले का समाधान निकालेंगे.

हम गढ़चिरौली जिले में एक स्टील फैक्ट्री स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। कंपनी इसमें करीब 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कौशल विकास के लिए टाटा के साथ एक परियोजना लागू की जाएगी।

नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस मुखबिर के तौर पर मारे गए लोगों के परिवारों का पर्दाफाश हो गया है. उन्हें पर्याप्त वित्तीय सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

साथ ही पुलिस मुखबिरों का मानदेय चार हजार से बढ़ाकर आठ हजार किया जाएगा।