Published On : Tue, Oct 11th, 2016

सर्जिकल स्ट्राइक से भारत ने दिया आतंकवाद को करार जवाब , देश में बना भरोसे का माहौल – भागवत

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नागपुर: संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की है। विजयादशमी पर्व पर संघ के शस्त्र पूजा कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवको को संबोधन में संघ प्रमुख ने पीओके पाक ऑक्युपाइड कश्मीर को भारत का अविभाज्य अंग बताते हुए कहाँ मीरपुर ,मुजफ्फराबाद ,गिलगिट ,बाल्टिस्तान देश का अंग है। 1948 के भारत पर आक्रमण के बाद पाकिस्तान ने इन इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया। पाकिस्तान देश में आतंकवाद फैला रहा है और उसकी हरकर का कड़ा जवाब देना सरकार का धर्म है।
सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक का जो कदम उठाया उसका वो अभिनंदन करते है। इस कार्यवाही के बाद देश का मनोबल बढ़ा है और सब एकजुट हुए है। पडोसी देश भारत को शक्तिशाली नहीं होने देना चाहते क्योंकि उन्हें पता है कि भारत शांतिप्रिय देश है इसलिए इसका असर उनके एजेंडे पर पड़ेगा। वे अपनी कट्टरतावादी विचारधारा हम पर थोपना चाहते है, इसलिए उग्रवाद ,आतंकवाद का सहारा ले रहे है। देश के आतंरिक भाग में उनका समर्थन भी देखने को मिलता है पर हमें एकजुट रहकर इस समस्या से लड़ना है।
आज हमारे यशस्वी नेतृत्व की वजह से पाकिस्तान अलग थलग पड़ चुका है। इस कार्यवाही से बता दिया की हमारे बर्दाश्त करने सीमा समाप्त हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए संघप्रमुख ने कहाँ देश में अभी जो शाषन चल रहा है ऐसा लगता है वो काम करने वाला है। अपेक्षा बहुत है और लगता है की यह सरकार बहुत कुछ करेगी। देश आगे बढ़ रहा है इस बात को कोई नहीं नकार सकता। नेताओ का संकल्प पक्का है कश्मीर भारत का अंग है वहा की स्थिति ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य का बड़ा हिस्सा उपद्रवियों से मुक्त भले है पर समस्या गंभीर भी है। भागवत ने भरोषा जताते हुए कहाँ है की जम्मू कश्मीर में विजय के साथ हमें विश्वास की आवश्यकता भी है, पर इसके लिए केंद्र और राज्य में एकमत दिशा होंनी चाहिए। केंद्र में दृढ़ता जबकि राज्य में कोताही ऐसा नहीं चलेगा। जम्मू कश्मीर की स्थानीय सरकार के रैवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए संघ प्रमुख ने कहा की बेहतर प्रशाशन के साथ विश्वास भी होना चाहिए। राज्य सरकार के अधीन आने वाले अनेक प्रश्न वहाँ अटके पड़े है। राज्य के कश्मीरी पंडितो की तीसरी पीढ़ी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही है उन्हें अभी तक नागरिकता हासिल नहीं है। जनता का विश्वास हासिल करना होगा तभी तो वहाँ के स्थानीय लोगो को भरोसा होगा की देश के अन्य राज्यो की तरह उनके अपने राज्य में काम हो रहा है, उन्हें विजय के साथ विश्वास की अनुभूति होगी।
मर्यादा में रहकर ही हो रहा है गौरक्षा का काम
संघप्रमुख ने गौरक्षा पर सवाल खड़े करने वालो पर भी आड़े हाथो लिया। संघ प्रमुख ने कहाँ की कानून की मर्यादाओं के अंदर रहकर ही गौरक्षा का काम हो रहा है। राज्यो में गौरक्षा का कानून है संविधान में प्रावधान भी है फिर भी गौरक्षा के लिए आंदोलन करना पड़ता है। कभी -कभी इस काम में समाज सेवक उग्र हो जाते है। पर कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने का काम शाषन का है, प्रशाशन को उसे लागु करने का। संघप्रमुख ने सख्त लहजे में कहाँ की गौरक्षा करने वालो को कानून की सीमा में रहकर ही काम करना है। कुछ लोग समाज में वैमनस्य फ़ैलाने का काम कर रहे हैं जो नहीं होना चाहिए।

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समाज आधारित हो शिक्षा
केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति पर काम कर रही है। संघ प्रमुख ने अपने संबोधन में कहाँ की शिक्षा को समाज आधारित होना चाहिए पर समाज को शिक्षा की जिम्मेदारी सौपने पर उसके व्यावसायिक होने का डर रहता है। सरकार द्वारा बनाई जा रही नीति में शिक्षा के प्रतिनिधियों की भागेदारी होनी चाहिए। सरकार ने जो नीति बनाई है वो कैसी है उसकी जानकारी उन्हें नहीं है पर आशा है की हमें भविष्य में ऐसी शिक्षा नीति मिलेगी जो समाज को सक्षम करेगी। शिक्षा का स्वावलंबी होना जरुरी है। जो समाज को रोजगार का माध्यम देने वाली हो और स्वयं रोजगार के अवसर पैदा करे। शिक्षक की जिम्मेदारी सिर्फ जिम्मेदारी न हो देश के निर्माण में अपनी भागेदारी सुनश्चित करे। अगर सरकार को लगे की उसके द्वारा बनाई गई नीति में परिवर्तन की आवश्यकता है तो उसे करना चाहिए।
भेदभाव नासूर बने उससे पहले समाज को सजग होना पड़ेगा
संघ प्रमुख से समाज में मौजूद भेदभाव को जड़ से ख़त्म किये जाने की वकालत की। संघ प्रमुख के अनुसार हमारे देश में अपनी जाति ,अपनी भाषा का अहंकार रखने की प्रवृत्ति मौजूद है। अहंकार की वजह से टकराव की स्थिति बनती है जिससे समाज में दूरिया बढ़ती है। संघप्रमुख के अनुसार यह देश को सामाजिक विभाजन की राह पर ले जा। अहंकार कभी कभी टकराव का कारण बन जाती है। कई घटनाये होती है ये भले ये छोटी हो पर इन्हें मिर्च मसाला लगाकर प्रस्तुत किया जाता है। नहीं घटने वाली घटनाएँ घट जाती है और उसके प्रचार का प्रयास होता है। कुछ स्वार्थी शक्तियां इसका लाभ लेने के लिए हवा देती है। पर हमें समझदार होना पड़ेगा। देश का शाषक जनता का विश्वाश न हासिल कर पाए ऐसा प्रयास होता है, हमें सजग होना होगा, कांटे को नासूर बनने से रोकना होगा। कुछ शक्तिया चाहती है देश जैसा अग्रेजो से दौर में था वैसा हो पर हम ऐसा होने नहीं देंगे।
हर घर में हो संघ का स्वयंसेवक – सत्यप्रकाश राय
इन सब मुद्दों के अलावा संघ प्रमुख ने कई बातो को रेखांकित किया पर इसके अलावा उन्होंने कहा की इस वर्ष की विजयादशमी ख़ास है। संघ को अलग नजरिये से देखा जा रहा है, नया गणवेश मीडिया के लिए आकर्षण का केंद्र है। संघ समाज सेवा के अपने कार्यो के प्रति समर्पित भाव से सेवा कर रहा है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे भारतीय वाणिज्यिक सेवा के निवृत्त वरिष्ठ अधिकारी सत्यप्रकाश राय ने भी स्वयंसेवको को संबोधित किया। अपने संबोधन में राय ने संघ को महान संगठन करार देते हुए संघ के कार्यो की प्रशंशा की। राय के अनुसार उन्होंने संघ के काम को करीब से देखा है और प्रभावित भी हुए है। देश को सक्षम बनाने के लिए देश के हर घर में स्वयंसेवक होना चाहिए। देश में अश्पृश्यता बड़ी समस्या है इस दिशा में काम होना चाहिए देश में 6 लाख’लोग’सर पर मैला ढोते है यह गंभीर बात है जिसको लेकर कभी कोई प्रयास नहीं हुआ। राय ने कहाँ की सिर पर मैला ढोने की परंपरा आज तक ख़त्म नहीं हो सकी है इसके लिए मैं काँग्रेस की सार्वजनिक आलोचना करता हूँ।
राय के अनुसार आरक्षण के लाभ से आज भी कई जरुरतमंद लोग वंचित है जबकि खुद बाबा साहब आंबेडकर से समाज के वंचित तबके को न्याय दिलाने के लिए आरक्षण व्यवस्था में रिव्यु की बात संविधान में कही है पर वोट की राजनीती की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है। वो खुद लंबे वक्त से छुआछूत को लेकर काम कर रहे है।

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, संघ के पूर्व स्वयंसेवक बालासाहेब देवरस और डॉ आंबेडकर ने छुआछूत का कठोर विरोध किया था। यह एक गंभीर बीमारी है जिसके निराकरण का प्रयास होना चाहिए। राय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें अद्वितीय प्रधानमंत्री की संज्ञा दी। राय भारतीय वाणिज्यिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे है और वर्त्तमान में डॉ बाबासाहब आंबेडकर द्वारा स्थापित की गई म्युनसिपल वर्कर संघ के अध्यक्ष है।
संघ के विजयादशमी उत्सव के कर्यक्रम में देश विदेश से कई गणमान्य उपस्थित थे। संघ का निमंत्रण स्वीकार्य कर विदेशो से धर्माचार्य उपस्थित हुए थे। इसके अलावा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस,केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, गायक अनुराधा पौडवाल, अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी, नागपुरे जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, राज्य सभा सांसद डॉ विकास महात्मे, अजय संचेती के साथ भारतीय जनता पार्टी के सभी विधायक और नेता उपस्थित थे।

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