Published On : Fri, Nov 26th, 2021

MLC Election Nagpur: फुट के डर से सत्ताधारी नगरसेवकों को भेजा जा रहा गुप्त स्थान पर

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– तेरह दिन तक वार्ड की समस्याओं का समाधान कौन करेगा ?

नागपुर – विधानपरिषद् चुनाव के मद्देनजर सत्तारूढ़ भाजपा के सभी पार्षदों को गुप्त स्थान पर भेजा जाएगा। शनिवार को भाजपा पार्षद अलग-अलग शहरों में जाएंगे। वह मतदान की पूर्व संध्या पर शहर आएंगे और करीब तेरह दिन तक वार्ड की समस्याओं का समाधान कौन करेगा? उक्त सवाल नागरिकों के मन में हिचकोले खा रहा हैं। कुल मिलाकर नगरसेवक और उनके परिजन पर्यटन पर ऐसी जानकारी अगले दो सप्ताह में देखने को मिलेगी।

विधान परिषद चुनाव जोरों पर हैं। RSS के बागी बतौर कांग्रेसी रवींद्र भोयर ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की और चुनाव को गर्मा दिया। डॉ। भोयर की उम्मीदवारी को लेकर भाजपा ने सतर्क रुख अपनाया. बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नगरसेवकों से चर्चा की. इन सभी पार्षदों को एक एक समूह में बांटा गया है।

बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए 15 से 20 पार्षदों का एक समूह बनाया गया है। विधानसभा निहाय समूहों का गठन किया गया है। जैसा कि भाजपा ने कोई जोखिम नहीं लेने का फैसला किया है, इन सभी नगरसेवकों को 27 नवंबर को दौरे पर भेजा जाएगा। ये पार्षद भाजपा शाषित राज्यों के अलग-अलग शहरों में जा रहे हैं।

विधान परिषद चुनाव के लिए मतदान 10 दिसंबर को है और सभी नगरसेवक मतदान की पूर्व संध्या यानी 9 दिसंबर को शहर आएंगे. इसलिए नगरसेवक करीब तेरह दिन तक शहर में नहीं रहेंगे। इस दौरान नागरिक इस अवधि के दौरान सफाई, सीवेज लाइन भरने जैसे अन्य छोटे मुद्दों को किसके पास ले जाएंगे ? ऐसा सवाल खड़ा हो सकता हैं.

अधिकारी, कर्मचारी आम नागरिकों की नहीं सुनते, यह हकीकत कई बार सामने आ चुकी है। सफाई, सीवेज लाइन की मरम्मत जैसे बड़े कार्य बिना नगरसेवकों के नहीं हो सकते। अगले 13 दिन तक पार्षद संपर्क से बाहर रहेंगे। आम नागरिक उनसे फोन पर भी बात नहीं कर पाएंगे। इसलिए नागरिकों संबंधी शहर शत-प्रतिशत समस्या बढ़ने की संभावना हैं क्यूंकि शहर में नगरसेवक नहीं होंगे।

भाजपा पदाधिकारी निभाएंगे नगरसेवकों की भूमिका ?

नगरसेवकों की अनुपस्थिति में भाजपा पदाधिकारियों को पार्षद के रूप में कार्य करने का अवसर मिलेगा। अगले मनपा चुनाव की पृष्ठभूमि में चर्चा है कि इन पदाधिकारियों को नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्यक्ष प्रशिक्षण भी मिल जाएगा।

वार्ड के नागरिकों को असुविधा न हो इसका भी ध्यान रखा गया है क्योंकि पार्षद शहर से बाहर होंगे। भाजपा के वार्ड अध्यक्षों के माध्यम से लोगों की समस्याओं का होगा समाधान समस्याओं की रिपोर्ट करने के लिए एक ऑनलाइन सुविधा भी है।