नागपुर: देश की आज़ादी के लिए ०९ अगस्त सन १८५७ में अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करने वाले ०४ क्रांतिकारियों को नागपुर के ऐतिहासिक जुम्मा गेट (गांधी गेट) पर फांसी पर लटका दिया गया था. स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों दिलदार खान, इनायतुल्लाह खान, विलायत खान व नवाब कादर खान की स्मृति में एक स्मृति फलक यहाँ म.न.पा. द्वारा लगाया गया था.
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व देश प्रेमी यहाँ आकर इस स्मृति स्थल पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. परंतु १८ दिसंबर की सुबह क्षेत्र के नागरिक हैरान रह गए जब यह ऐतिहासिक स्मृति फलक गायब होगया. गौर तालाब बात ये है कि माननीय महापौर के प्रभाग में उसी जगह महापौर, मुख्या मंत्री के कार्यक्रम से एक रात पहले यह स्मृति फलक गायब होजाना आश्चर्य जनक है.
मामला शहीदों से जुड़ा होने के कारण स्थानीय नागरिकों में भारी रोष देखा जा रहा है.क्षेत्र के नागरिकों ने मामले की पड़ताल के लिए कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है व आशा की है कि कम से कम शहीदों को तो न्याय जल्द मिलेगा.