मुंबई: महाराष्ट्र निकाय चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी को ज़िला परिषद् अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में 10 सीटों पर कामयाबी हासिल हुई है। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना तीनों को पांच-पांच जिलों में जीत मिली। इसके अलावा बीजेपी के 8 प्रत्याशी उपाध्यक्ष भी बने है।
बहरहाल, इन चुनावों में पहली बार ऐसा हुआ की धुर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एक साथ आए। एक-दूसरे पर हमेशा ही गंभीर आरोप लगाने वाले दो दल शिवसेना और कांग्रेस ने जिला परिषद् अध्यक्षों के लिए हुए चुनावों में कई जगह पद के लिए हाथ मिलाया। चुनावों से पहले कांग्रेस के नेताओं ने इससे साफ़ इनकार किया था और कहा था कि वह कभी भी शिवसेना से हाथ नहीं मिला सकते।
कई जगहों पर एनसीपी और बीजेपी, अध्यक्ष पद के लिए साथ आये है तो वहीं जलगांव में बीजेपी अध्यक्ष कांग्रेस के समर्थन से बना।
महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे को उनके गृहस्थान जालना में बड़ा झटका लगा। चुनावों में 22 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी भाजपा को शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के हाथ मिला लेने के कारण जिला परिषद् अध्यक्ष की सीट नहीं मिली। यहां अध्यक्ष पद शिवसेना और उपाध्यक्ष का पद राकांपा के हिस्से में आया।
बता दें कि, पिछले महीने हुए स्थानीय निकाय चुनावों में ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और उसे सबसे ज्यादा सीटों पर जीत मिली। इसके अलावा 8 नगर निगम में भी कमल खिला।