Published On : Wed, Nov 30th, 2016

दत्तात्रय एडवरटाइजिंग कंपनी के खिलाफ लामबंद हुए सभी स्थानीय एडवरटाइजिंग कंपनी

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नागपुर: मनपा की विज्ञापन नीति के खिलाफ पक्ष-विपक्ष की शह पर मनपा प्रशासन मेसर्स दत्तात्रय एडवरटाइजिंग कंपनी को यूनिपोल खड़ा करने का कार्यादेश देने की योजना बना रहा है,इस षड्यंत्र की जानकारी “नागपुर टुडे” में कल विस्तृत रूप से प्रकाशित की.जब उक्त घटनाक्रम से मनपा के अधिकृत स्थानीय एडवरटाइजिंग कंपनी को खबर मिली तो सकपका गए और मनपा आयुक्त से मुलाकात कर पुरजोर विरोध किया,यह मांग की कि नियमानुसार टेंडर द्वारा यूनिपोल का ठेका दिया गया तो हम भी तैयार है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार मनपायुक्त श्रावण हर्डीकर से आज नागपुर के स्थानीय व मनपा के अधिकृत एडवरटाइजिंग कंपनी के प्रतिनिधियों का शिष्टमंडल मिला। उनका कहना था कि उन्हें यूनिपोल जैसी “स्मार्ट मीडिया” का विरोध नहीं है.इसके लिए सभी पहलुओं के मद्देनज़र पॉलिसी बनाने की जरुरत है.इसके बाद “ओपन टेंडर” निकाला जाये। जो प्रक्रिया में मनपा हित में श्रेष्ठ होंगा,उसे ठेका दिया जाये। वर्त्तमान मनपा की विज्ञापन नीति में “फर्स्ट फाइंडर” के लिए ३ साल के लिए समयावधि तय की गई है,जो की यूनिपोल प्रोजेक्ट के हिसाब से लाभकारी नहीं है.इसलिए स्थानीय एडवरटाइजिंग कंपनी ने यूनिपोल के सन्दर्भ में रूचि नहीं दिखाई।

मनपायुक्त से शिष्टमंडल ने यह भी कहा कि अगर ११ साल का ठेका बिना टेंडर के बाहरी ठेकेदार दत्तात्रय एडवरटाइजिंग कंपनी को देने की मंशा है,तो यह उचित नहीं है.इसी शर्त पर नागपुर के स्थानीय एडवरटाइजिंग कंपनी को मौका दिया जाना चाहिए,इस प्रस्ताव का स्थानीय एडवरटाइजिंग कंपनी न सिर्फ स्वागत करती बल्कि “स्मार्ट मीडिया” को सफलतापूर्वक सफल संचलन भी करती।

नागपुर एडवरटाइजिंग एसोसिएशन के शिष्टमंडल के सवालों के जवाब में मनपायुक्त ने सिर्फ इतना ही कहा कि कल देखता हूँ.
उल्लेखनीय यह है कि दत्तात्रय एडवरटाइजिंग कंपनी के प्रस्ताव पर मनपा प्रशासन और मनपा में कुछ नामचीन पक्ष-विपक्ष के नेताओं की रूचि नुसार मनपा विज्ञापन नीति की काया पलटने के लिए अंतिम मुहाने तक पहुँच चुके है. “नागपुर टुडे” ने उक्त षड्यंत्र रचने के प्रकरण का सबूत सहित सार्वजानिक करते ही आज मनपा में उच्च स्तरीय चर्चा का विषय बना हुआ था.संभवतः कल के लिए रणनीति भी तैयार की जा चुकी है.
यह भी मुमकिन है कि विपक्ष कितना भी आमसभा में जोर लगाए,सत्तापक्ष के पास पूर्ण बहुमत है कि वह किसी भी प्रस्ताव को बहुमत के आधार पर मंजूरी प्रदान कर सकती है.वही विपक्ष की भूमिका याने हो-हंगामा।किसी अन्य मुद्दे पर हो-हंगामा कर सत्तापक्ष को उक्त प्रस्ताव को बहुमत से मंजूरी देने की मार्ग प्रसस्त कर सकती है.
जानकारी मिली है कि स्थाई समिति के अध्यक्ष और विपक्ष के एक दिग्गज नेता का मेसर्स दत्तात्रय एडवरटाइजिंग कंपनी को ठेका दिलवाने के लिए जीतोड़ प्रयास जारी है.

दूसरी ओर सभी का ध्यान इस ओर टिका रहेंगा कि स्वच्छ छवि के मनपा आयुक्त और महापौर उक्त मुद्दे पर क्या रुख अख्तियार करते है,एक पदाधिकारी के अनुसार हम कुछ नहीं करेंगे,जो करेंगा आमसभा तय करेंगा।
इसके बावजूद भी मनपा प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंगा तो उक्त प्रस्ताव को मनपा प्रशासन ने मंजूरी दिलवाने के लिए कोई नया हथकंडा अपनाया तो मनपा प्रशासन के नित के खिलाफ जल्द ही जनहित याचिका दायर करने के क्रम में तैयारी अंतिम चरण पर है.

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– RAJEEV RANJAN KUSHWAHA