वरोरा – तहसील में विगत दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से वरोरा और आसपास के गावों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. शहर में नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व नियोजन के बड़े बड़े दावे किए गये थे. लेकिन दो दिन के मूसलाधार बारिश ने नगरपरिषद की पोल खोलकर रख दी है. शहर के कालरी वार्ड, मालवीय वार्ड सहित निचले हिस्सों में जहाँ तहाँ पानी भर गया है. जिस से लोंगों को रोजमर्रा के काम निपटाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है .
मानसून के आगमन के पश्चात एक दो दिन मामूली बारिश आयी थी. जिससे किसान अपने खेती कार्य में जुट गए थे. अधिकतर किसानों ने अपने खेत में बुवाई भी कर डाली. बाद में वर्षां ने अचानक मुंह फेर लिया. जिस से किसानों पर दुबारा बुवाई का सन्कट आन पड़ा है. एक महीने तक बारिश न होने से किसानों के साथ आमवर्ग भी चिंतित था. सभी तहसील वासी बारिश की बाट जोह रहे थे. तहसील में मेघ बरसने से किसानों में ख़ुशी तो छा गई लेकिन नालियों की सफाई नहीं होने से पानी लोगों के घरों में घुस गया.
मूसलाधार बारिश से वरोरा से अन्य गावों का संपर्क टूट सा गया है. वरोरा चिमूर मार्ग पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. मूसलाधार बारिश से कई पुलों पर पानी जमा होने से साथ ही मार्ग पर बड़े पैमाने पर कीचड़ जमा होने से यातायात में बाधा निर्माण हो रही है. इस मार्ग पर एसटी की एक बस भी फस गयी. उसी तरह चिकनी, दहेगांव और मोखाडा मार्ग भी बारिश की वजह से बंद है. लगातर यूं ही बारिश बरसती रही तो बाढ़ की सम्भावना बन सकती है.