Published On : Thu, Aug 6th, 2020

एबीयू कंस्ट्रक्शन को पावर प्लांट से ब्लैकलिष्ट करने की मांग

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– इंटक ने महानिर्मिती को ज्ञापन सौंपा,श्रमिकों मे असंतोष

Koradi Thermal Power station

नागपुर– कोराडी तथा खापरखेडा पावर प्लांट में कार्यरत कथित ई-निविदा धारक एबीयू कंस्ट्रक्शन को ब्लैकलिष्ट करने की मांग राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस(इंटक) ने की है। इंटक के जिला महासचिव भीमराव बाजनघाटे ने इस संबंध मे महानिर्मिती के अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंप चुके है।जिसमे ठेका श्रमिकों के साथ धोखाधड़ी और अन्याय होने का जिक्र किया गया है।

उधर कोराडी पावर प्लांट में कार्यरत 86 ठेका श्रमिकों ने भी एबीयू कंस्ट्रक्शन को कामों का ठेका न देने की मांग की है जिसे लेकर कंपनी व्यवस्थापन मे हलचल मची हूई है । पता चला कि एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता भरतभाई पटेल द्वारा सताये गये 86 श्रमिकों ने मुख्य अभियंता को संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा है,जिसमे स्पष्ट किया है कि कोराडी पावर प्लांट अंतर्गत एश हैंडलिंग प्लांट मे कार्यरत श्रमिकों की ओर महानिर्मिती से बारंबार शिकायत के बावजूद भी उन्हें न्याय नही मिल पा रहा है।

ठेका श्रमिकों ने आगे बताया कि एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता की मनमानी और हुकुमशाही के चलते ठेका उनके परिजनों मे असंतोष पनप रहा है।

इसके पूर्व इस कार्य का ठेका मेसर्सःपावरमेक कंपनी के आधीन था? उस समय किसी भी श्रमिकों के साथ इस प्रकार का अन्याय व आर्थिक शोषण नही होता था। परंतु वर्तमान कंपनी एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता के द्वारा श्रमिकों के साथ लगातार अन्याय अत्याचार व आर्थिक शोषण के चलते श्रमिकों का भविष्य खतरे मे पडता दिखाई दे रहा है।इस कंस्ट्रक्शन नियोक्ता की दमनकारी नीति से त्रस्त तमाम ठेका श्रमिकों ने इस कंपनी को एशहैंडलिंग प्लांट मैंटनेंश व आपरेशन का ठेका कार्य न देने की गुजारिश महानिर्मिती से की है।

शिकायत की प्रति एश हैंडलिंग प्लांट के सैक्सन अभियंता इंचार्ज तथा राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस,राष्ट्रीय मजदूर सेना तथा पावर फ्रैन्ट सगठना को प्रेषित की है।
उधर इंटक के जिला महासचिव भीमराव बाजनघाटे ने भी पावर प्लांट कोराडी के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंप कर अन्यायग्रस्त श्रमिकों को उचित न्याय दिलाने की मांग की है।

भरत पटेल का कारनामा
उधर मामलों मे लीपा-पोती करने के लिए ठेकेदार पटेल नये-नये कारनामों को अंजाम दे रहा है।बताते है कि खापरखेडा पावर प्लांट में कार्यरत ठेका श्रमिकों पर लगातार अन्याय व आर्थिक शोषण के चलते श्रम न्यायालय मे मामला न्यायप्रविष्ट है।
परंतु एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता भरतभाई पटेल मामले में लीपा-पोती करने के उद्देश्य से नियम और कानून की धज्जियां उड़ाये जा रहा है।
बताते हैं कि लालची प्रवृत्ति के ओ.एस.टू सैक्सन इंचार्ज के इशारे पर ठेकेदार भरत पटेल ने सैक्सन आफिस से इंटक की शिकायत पत्र की झेराक्स प्राप्त किया और उस झेराक्स पत्र पर इंटक की शिकायत पत्र वापसी का बिड्राल निवेदन पत्र तैयार करवाया और ओ.एस.टू सैक्सन इंचार्ज को सौंप दिया।बताते है कि इस फर्जी बिड्राल लैटर का पता चलते ही इंटक महासचिव बाजनघाटे ने मामले का पर्दाफाश करने के लिए के मुख्य अभियंता तथा विधुत मुख्यालय मुबई को प्रकरण की शिकायत की है।जिसे लेकर पावर प्लांट में काफी हलचल मची हूई है।

इसी प्रकार पिछले दिनों कथित ठेकेदार पटेल ने एक अन्यायग्रस्त आदीवासी श्रमिक अनमोल परतेकी को शराब के नशे मे माफ़ीनामा में हस्ताक्षर करवाने के मामले का पर्दाफाश हुआ है और मामले का पर्दाफाश होते ही एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता भरतभाई पटेल और सैक्सन इंचार्ज के समक्ष धर्म संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

महानिर्मिती के एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ अभियंता ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि महानिर्मिती के सैक्सन अधिकारियों के इशारे पर ठेकेदार अपने श्रमिकों के वेतन से बेईमानी करके अपना घर भर रहे है।बताते हैं कि ई-निविदा शर्त और नियमों का सरासर उलंघन करके साईट पर कम मजदूर लगाने श्रमिकों को न्यूनतम वेतन के लाभ से वंचित रखने तथा भविष्य निर्वाह निधि से वंचित करने आदि दमनकारी नीतियों के चलते ठेका श्रमिकों मे असंतोष व्याप्त है।उधर इन मामलों का निपटारा के लिए महानिर्मिती के अधिकारियों मे काफी तनाव बढता दिखाई दे रहा है।बताते है कि सैक्सन इंचार्ज अभियंता को कथित ठेकेदार भरतभाई पटेल को उक्त पाप से छूटकारा दिलाने के लिए काफी मस्सकत करनी पड रही है।

विंध्य श्रमिकों की माने तो एसे बेईमान कंपनी ठेकेदार सैक्सन अभियंताओं के लिए दून देने वाली गाय माना जा रहा है।बताते हैं कि कई मर्तबा यह ठेकेदार लेखा विभाग,अंकेक्षण व सैक्सन अभियंताओं को धमका चुका है कि मै आपसे फूकट मे काम नही करवाता आपको नोट गिन-गिनकर कर देता हूं?गोपनीय सूत्र बताते हैं कि कुछ साल पूर्व मेसर्सः एबीयू कंस्ट्रक्शन नियोक्ता भरतभाई पटेल ने तो चंद्रपुर महा-तापीय विधुत परियोजना में नामांकित कारनामा को अंजाम दे चुका है।