Published On : Sat, Dec 13th, 2014

कोंढाली : फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना बंद करने की ग्रापं की मांग

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  • ग्रापं राजस्व और पर्यावरण की मंजुरी नही!
  • किसके आशीर्वाद से शुरू है फ्लाय ऐश कारखाना?

Ply Yesh Bricks factory
कोंढाली (नागपुर)।
यहां से 12 किमी दुर खापरी(बा), में विगत अनेक माह से फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना शुरू किया गया है. इस कारखाने को शुरू करने को लगने वाली ग्रापं की अनापत्ति प्रमाणपत्र लिए बिना शुरू किया गया है. कारखाने से स्थानिक जनता के प्रकृति पर विपरीत परिणाम होने से यहाँ का ईटा भट्टी कारखाना बंद करने की मांग का पत्र काटोल तहसीलदार को दिया गया है.

खापरी(बा) ग्रापं क्षेत्र में गांव से सटीक मात्र 200 मीटर दुरी पर प.ह.क्र.47 के खेत सर्वे क्र. 38 इस खेत को अकृषक (एन.ए) किये बिना तथा ग्रापं की ना आपत्ती प्रमाण लिए बिना ही यहाँ फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना शुरू किया गया है. यहाँ के  फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना ऐश से स्थानीय निवासियों के प्रकृति पर विपरीत परिणाम होने के चलते यहाँ का  फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना बंद करने के लिए ग्रापं ने काटोल के तहसीलदार को 6 दिसंबर को एक पत्र दिया है. इस पत्र की अब तक राजस्व विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नही की गयी यह जानकारी ग्रापं के सरपंच-उपसरपंच तथा सदस्यों के द्वारा दी गयी.

Ply Yesh Bricks factory 2
इस संदर्भ में खापरी के पटवारी गायकवाड़ से पुछने पर बताया की खापरी का यह खेत अकृषक (एन.ए) नही हुआ है. फिर भी यहाँ अनेक माह से उद्योग कैसा शुरू है? इसका जवाब नही मिला साथ ही ग्रापं खापरी बारोकर के सरपंच-उपसरपंच, ग्रापं सदस्यों के साथ-साथ ग्रापं सचिव को पूछने पर बताया की अब तक  फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी कारखाना शुरू करने के लिए लगनेवाला ग्रापं अनापत्ति प्रमाण पत्र की मांग नही की गयी है.

काटोल के तहसीलदार सचिन गोसावी से संपर्क करने पर संपर्क नही हो सका. इस विषय में काटोल के उपविभागीय अधिकारी अविनाश कातडे से संपर्क करने से उन्होंने बताया कि इस कारखाने के विषय में तुरंत जाँच करायी जाएगी. ग्रामीण आँचल में  फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी उद्योग निर्मिती के लिए लगने वाले पर्यावरण, ग्रापं तथा राजस्व विभाग की मंजुरी बिना ही शुरू उद्योग के लिए किसका आशीर्वाद है? यह प्रश्न उपस्थित है.  फ्लाय ऐश ईंटा भट्ठी संचालक मुंधड़ा से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि हमारे पास ग्रापं की अनापत्ति पत्र है. परंतु अकृषक के लिए तहसील कार्यालय में अर्जी लगायी गयी है.