Published On : Wed, Apr 22nd, 2015

बसपा ने नगरसेवक किशोर गजभिये को निकला

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नागपुर : बसपा प्रदेशाध्यक्ष विलास गरुड़ के आदेश पर प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा बेले ने नागपुर मनपा में बसपा नगरसेवक व पक्ष नेता किशोर गजभिये को पक्ष विरोधी कृत के लिए उन्हें बसपा से निकाल दिया। गजभिये को पक्ष नेतृत्त्व ने स्थाई समिति के चुनाव में जो नाम भेजने के निर्देश दिए थे,उसने वह नाम नहीं भेजा इस लिए पक्ष निति से गद्दारी करने के कारण गजभिये को बसपा से ही निकाल दिया गया.

नागपुर जिलाध्यक्ष नागोराव जयकर ने बताया कि बसपा ने गजभिये को मनपा में स्थाई समिति से हटने के बाद उनको पक्ष नेता बनाया था.स्थाई समिति के चुनाव के लिए बसपा ने विह्प जारी कर बसपा नगरसेवक अजय डांगे का नाम स्थाई समिति के लिए देने का निर्देश गजभिये को दिया था लेकिन गजभिये ने महापौर के मांग पर डांगे के नाम का लिफाफा दबा कर खुद के नाम का लिफाफा थमा दिया और सभागृह से भाग गया.

इसके बावजूद उसकी राय जानने के लिए पक्ष नेतृत्त्व विलास गरुड़,वीरसिंह और जिलाध्यक्ष जयकर ने गजभिये को बुलाया,लेकिन वह मिलने नहीं आया.जिलाध्यक्ष जयकर २ बार मिले।अंत में पक्ष नेतृत्त्व ने गजभिये को सबसे पहले पक्ष नेता पद से मुक्त किया और बसपा नगरसेवक गौतम पाटिल को नया पक्ष नेता बनाया।इस सन्दर्भ में मनपा प्रशासन को पत्र दिया,जिसपर २० अप्रैल को हुई आमसभा में घोषणा हुई.

उधर जिलाध्यक्ष जयकर के घर बसपा नगरसेवको,पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ का सैकड़ो का हुजूम जमा होकर गजभिये को बुलाकर जवाब-तलब करने कि मांग की.जयकर ने गजभिये से संपर्क करना चाहा लेकिन संपर्क नहीं हुआ.फिर झल्लाए भीड़ जयकर के नेतृत्त्व में किशोर गजभिये के घर पहुंचा,वह पता चला कि नहीं है तो कुछ देर सभी ने नारेबाजी की और लौट गए.इस घटनाक्रम कि जानकारी प्रदेशध्यक्ष गरुड़ को दी गई.

दूसरी और २० अप्रैल को आमसभा में किशोर गजभिये को प्रवेश करने से रोकने के लिए बसपा ने सभागृह के बाहर डेरा डाला लेकिन शातिर गजभिये आमसभा शुरू होने के ४५ मिनट पूर्व हस्ताक्षर कर भाग गया.नियमानुसार सभागृह में करवाई शुरू होने के १५ मिनट पूर्व हस्ताक्षर को वैध कहा जाता है.इस हिसाब से गजभिये कि आमसभा में अनुपस्थिति दर्ज होनी चाहिए।इसके पूर्व भी गजभिये लगातार २ आमसभा में बिना बताये अनुपस्थित थे.लगातार ३ बार आमसभा में अनुपस्थित रहने पर गजभिये की सदस्यता रद्द हो सकती है,इस मांग को बसपा ने जिद्द का मुद्दा बनाकर घूम रहे है.

जयकर के अनुसार गजभिये के नाम स्थाई समिति से हटने के बाद अजय डांगे को स्थाई समिति में भेजा जायेगा। इसके अलावा मेट्रो रीजन के चुनाव के लिए बसपा कि ओर से नगरसेवक अभिषेक शंभरकर,सत्यभामा लोखंडे और मुरली मेश्राम का आवेदन जमा करवाया है,इसमें से एक का चुना जाना तय है.