कामठी: कामठी के नया पुलिस थाना अंतर्गत आनेवाले बी.बी. कालोनी परिसर में रविवार को उस समय खलबली मच गई जब दो गुटों में खुनी संघर्ष हुआ. पुराने विवाद को लेकर यह झड़प होने की बात बताई जा रही है. इस मामले में तीन लोग गंभीर रुप से घायल हो गए है, तो वहीं विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने 7 लोगों पर मामला दर्ज किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बी.बी. कालोनी परिसर में रविवार की दोपहर 1 बजे के करीब 2 गुटों में झड़प हो गई. देखते ही देखते पूरे परिसर में खलबली मच गई. घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई. पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर पहले तो घायलों को अस्पताल पहुंचाया और फिर मामले की झानबीन में जुट गई. घटना इस प्रकार है कि फिरयादी बी.बी. कालोनी निवास रजा खान अब्दुल हमीद (29) अपने एक मित्र जुनैद व एक अन्य के साथ फरमान अजमेरी (20) के साथ किसी पुराने विवाद को लेकर मामला निपटाने के लिए गए थे. लेकिन फरमान ने अपने कुछ साथियों को वहां बुला लिया और रजा खान, जुनैद और उसके एक साथी पर धारदार हथियार से वार करना शुरु कर दिया.
हथियारों के अलावा लात, घुसों से भी उनकी जमकर पिटाई गई. इस बात की खबर लगते ही फिरयादी के साथी भी वहां पहुंच गए, लेकिन इस बीच किसी ने घटना की जानकारी कामठी के नये पुलिस थाने को दी. पुलिस समय के चलते घटना स्थल पर पहुंच गई और एक बड़ी अनहोनि होने से टल गई. सूत्रों के मुताबिक जिन तीन लोगों पर हमला हुआ है वे तीनों स्थानीय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं और पार्टी कार्यकर्ता हैं.
इस बात की भनक लगते ही पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव शोएब असद ने घायलों को स्थानीय निजी लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती किया और इस बारे में पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए दबाव बनाया. पुलिस ने देर रात आरोपी फिरोज अजमेरी (40), फरमान अजमेरी (20), दानिश अजमेरी (20), खलील अजमेरी (22), माजिद अजमेरी (24), सल्लू अजमेरी (24) और दानेशी तेली (22) सभी बी.बी. कालोनी निवासियों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 506, 323, 324 सहधारा (आर्म एक्ट) 4, 25 सहधारा 135, मुंबई पुलिस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया.
लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए शोएब असद ने पुलिस पर और दबाव मनाया लेकिन काफी समय बाद जब वैद्यकीय रिपोर्ट डाक्टरों ने पेश की तो इसमें से घायल युवक को हेड इंज्युरी बताई गई. इसके बाद पुलिस ने सोमवार को सातों आरोपियों के खिलाफ धारा 326 के तहत मामला दर्ज कर और एक धारा में ईजाफा किया.
