Published On : Thu, Jul 30th, 2020

कलमेश्वर JSW प्लांट भी कोरोना के साए में

Advertisement

– आज से बसें बंद, स्टोर व प्रोजेक्ट विभाग सील

नागपुर/कलमेश्वर – जिंदल समूह की कलमेश्वर में स्टील प्लांट हैं। कोरोना ने इनके प्लांट में भी प्रवेश कर लगभग डेढ़ दर्जन कर्मियों को अपने आगोश में ले लिया। इस चक्कर में प्रबंधन ने आज से कर्मियों के लिए आवाजाही करने वाली बसें बंद कर दी।

कोरोना के देश में पांव पसारने से अमूमन सभी उद्योगिक इकाइयों ने कुछ समय कंपनी बंद रखी। इस दौरान सरकार को दान देने के साथ कर्मियों का वेतन भी काट कर दिया,लेकिन बंद नहीं की।इस क्रम में जिंदल समूह की JSW प्लांट अग्रणी रही। कुछ समय बाद सरकार के नीति में बदलाव के कारण कंपनियां शुरू हुई। जिंदल समूह की कलमेश्वर की कंपनी भी शुरू हुई। कुछ दिनों तक जिन जिन कर्मियों को काम पर बुलाया गया ,उन्हें अपनी-अपनी व्यवस्था से कंपनी आने-जाने का निर्देश दिया गया। लेकिन इस दौरान कामठी से आवाजाही करने वालों को नहीं काम पर लिया गया। बाद में 4 मार्गों पर कंपनी की बसें कर्मियों के लिए शुरू की गई।

पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कंपनी के स्टोर व प्रोजेक्ट विभाग में लगभग 1 दर्जन कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए,इससे कंपनी परिसर में हड़कंप मच गया,परिसर सिल करने के साथ आम आवाजाही पर रोक लगा दी गई। कंपनी परिसर में ही रहवासी कॉलोनी भी हैं। कंपनी परिसर में विगत दिनों कलमेश्वर के तहसीलदार ने भी दौरा कर जानकारियां हासिल की।
कल बुधवार को 1 और कर्मी कामठी निवासी कोरोना पॉजिटिव पाया गया,बताया जा रहा हैं कि इस परिवार में अन्य भी कोरोना पॉजिटिव हैं।यह पॉजिटिव कर्मी कामठी से रोजाना बस से आवाजाही करता था, इसके बाद प्रबंधन ने कर्मियों के लिए दौड़ाई जाने वाली सभी 4 बसों को आज से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया।आज से कर्मियों को अपने अपने वाहनों से प्रशासन के बंदोबस्त से जूझते हुए कंपनी तक आना और जाना होंगा और तो और प्लांट शुरू रखने व उत्पादन का नुकसान न हो इसलिए कर्मियों से काम लेने के लिए नई व्यवस्था तैयार कर उन सभी को प्रचलित माध्यम से संदेशा भिजवा दिया। वह यह कि एक कर्मी एक दिन में क्रमवार 2 शिफ्ट लगातार ड्यूटी करना होंगा,फिर दूसरे दिन छुट्टी रहेंगी।

कंपनी प्रबंधन की कर्मचारी विरोधी नित से छुब्ध होकर एमओडीआई फाउंडेशन के सलाहगार लालसिंह ठाकुर व संस्थापक अध्यक्ष महेश दयावान ने जिला प्रशासन से मांग की हैं कि कंपनी में तेजी से कोरोना पांव पसार रहा और प्रबंधन उत्पादन करने में मदमस्त हैं।इससे कर्मियों को जान जोखिम में डाल कर उत्पादन में सहयोग करना पड़ रहा। कर्मियों के परिजन भी सकते में हैं। अबतक 42 कर्मियों को प्रबंधन ने इस दौरान विभिन्न कारणों से घर बैठा दिया। इसलिए जिला प्रशासन ने कर्मी हित में अविलंब कंपनी का कामकाज कुछ समय के लिए बंद करने का आदेश देने चाहिए।