नागपुर: जय विदर्भ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अभिवादन किया। जय विदर्भ पार्टी की ओर से जनसंपर्क कार्यालय से कार्यकर्ता गण भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 66वें महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि देने हेतु दीक्षाभूमि की ओर प्रस्थान किए। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 14 अक्टूबर 1948 को दार आयोग और 1955 में फ़ज़ल अली आयोग को एक दस्तावेज़ दिया था, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के 4 राज्यों में विभाजन के विषय पर जोर दिया था।
पहला विदर्भ, दूसरा बंबई, तीसरा पश्चिम महाराष्ट्र और चौथा मराठवाड़ा। 28 सितंबर 1953 को अमल में लाए गए नागपुर समझौते को रद्दी में फेंक देना चाहिए, इस आशय के विचार विदर्भवादी कार्यकर्ताओं ने व्याके किए। विदर्भ के लोगों का महाराष्ट्र में रहकर कभी लाभ नहीं हो सकता है। इसलिए विदर्भ के लोगों को इस समझौते का शिकार नहीं होना चाहिए क्योंकि यह समझौता संविधान के अनुसार नहीं है और कार्यकर्ताओं तथा पदाधिकारियों ने जनता से अपना हक पाने के लिए संघर्ष करने का आवाहन किया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 3 के अनुसार बेहतर प्रशासन प्रदान करने के लिए संसद को छोटे राज्यों की स्थापना करने का पूरा अधिकार है।
अनुच्छेद 371 (2) में विदर्भ राज्य के निर्माण का मार्ग सुझाया गया है। इस अवसर पर जय विदर्भ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण केदार ने महामानव का अभिवादन करते हुए कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विदर्भ राज्य की स्थापना के बहुत बड़े समर्थक थे। पोलित ब्यूरो सदस्या सुधा पावड़े ने कहा कि अंग्रेज भारत से एक कोहिनूर ले गए लेकिन वे भारत में डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जैसे कोहिनूर को चोरी न कर सके। भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है कि आज लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में भी उनकी एक प्रतिमा विराजमान है।
इस कार्यक्रम के दौरान जय विदर्भ पार्टी महासचिव विष्णु आष्टीकर, उपाध्यक्ष मुकेश मासुरकर, संयुक्त सचिव अरविंद भोंसले, पोलित ब्यूरो सदस्य तात्यासाहेब मेट, नागपुर नगर संगठन मंत्री ओमप्रकाश शाहू, प्रचार प्रमुख गुणवंत सोमकुवर, मध्य नागपुर विधानसभा अध्यक्ष नरेश निमजे, उत्तर नागपुर अध्यक्ष ज्योति खांडेकर, दक्षिण नागपुर अध्यक्ष राजेंद्र सताई, कामठी तालुका के अध्यक्ष संतोष खोड़े, जया चातुरकर, चंदू रायबोले, माधुरी चव्हाण, कमला बाराहाते, छाया फुलज़ेले, कृष्णा मोहबिया, सुगंधा नागरेले, दुधकवले, अर्चना राउत, एस पठान, अमित कुवर, संगम चाहंदे, भूरू भैसारे, श्रीकांत दौलतकर, आनंद निखार, प्रशांत तागड़े सहित अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।