-यात्रियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं,536 करोड़ रुपए का अनुमानित व्यय
नागपुर – रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) ने नागपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं को और बढ़ाया जाएगा। नए प्रस्ताव के मुताबिक निर्माण और इंजीनियरिंग के काम में बदलाव कर नागपुर स्टेशन का चेहरा बदला जाएगा। इस काम पर करीब 536 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
अपग्रेड का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इस संबंध में आरएलडीए ने 20 जून को बैठक बुलाई थी। बैठक में ठेकेदारों और बिल्डरों ने भाग लिया। टेंडर में बोली लगाने की आखिरी तारीख 28 जुलाई है। बेहतरीन डिजाइनरों और बिल्डरों को अपग्रेडेशन का काम दिया जाएगा।
स्टेशन के पूर्व और पश्चिम में ‘डिपार्चर हॉल’ को जोड़ने वाला ‘रूफ प्लाजा’ बनाया जाएगा। प्लेटफॉर्म के ऊपर यात्रियों के लिए ‘कॉमन वेटिंग एरिया’ होगा। जिससे यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। आने-जाने में सुविधा होगी। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और मल्टी-लेवल कार पार्किंग को जोड़ने वाले ‘स्काई-वॉक’ के माध्यम से किया जाएगा।
रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा कि विकास परियोजना को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संकल्पना के तहत विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ यात्रियों को प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। यह विकास मॉडल भारतीय यात्रियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव देगा। इस दौरान विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाओं के साथ ‘हरित भवन’ के रूप में डिजाइन किया जाएगा। स्टेशन और उसके आसपास की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों का अध्ययन कर सुविधाओं में बदलाव किया जाएगा।
नागपुर रेलवे स्टेशन हावड़ा-मुंबई और दिल्ली-चेन्नई ट्रंक लाइनों पर एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। इस स्टेशन को ‘एनएसजी-2 ग्रेड’ से नवाजा गया है। नागपुर भारतीय रेलवे के कुछ सौ स्टेशनों में से एक है और महाराष्ट्र के सबसे पुराने और व्यस्ततम स्टेशनों में से एक है। रेल मंत्रालय के तहत रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण रेलवे की खाली जमीन पर विकास कार्य करता है.।RLDA रेल मंत्रालय के तहत एक वैधानिक प्राधिकरण है। इनमें स्टेशन का पुनर्विकास,नई योजना,रेलवे कॉलोनी का विकास,नया निर्माण शामिल है।
उल्लेखनीय यह है कि चालू वित्त वर्ष में आरएलडीए ने चेन्नई, अमरावती, औरंगाबाद, आसनसोल (पश्चिम बंगाल), बरेली (उत्तर प्रदेश), अंबारी (गुवाहाटी) जैसे विभिन्न स्थलों को लीज पर दिया है। पिछले वित्तीय वर्ष में चिलकलगुडा और राइफल-रेंज कॉलोनी (सिकंदराबाद) और राजकोट रेलवे कॉलोनी के पुनर्विकास के लिए लीज दिए गए थे। हाल ही में हावड़ा, निजामाबाद और चेन्नई में तीन व्यावसायिक स्थलों को सम्मानित किया गया।