Published On : Tue, Sep 3rd, 2019

गंदे पानी निकासी के लिए बरसाती नाली तक अवैध पाइपलाइन बिछाई

सूचना देने के बावजूद बिल्डर के ग़ैरकृत पर मेहरबान मनपा प्रशासन

नागपुर : एक ही मनपा ज़ोन अंतर्गत एक ही बिल्डर के ३ स्कीम में गैरकानूनी कृत सह मनपा नियम व रेरा के उल्लंघनकर्ता के करतूतों को मनपा प्रशासन सिरे से नज़रअंदाज कर अपनी कार्यप्रणाली को प्रदर्शित कर रही.नतीजा इस बिल्डर का हौसला दिनों-दिन और खरीददार ग्राहक वर्ग के साथ धोखाधड़ी बढ़ती जा रही.क्या यही पारदर्शी प्रशासन और स्वच्छ व स्वास्थ्य भारत रखने की पहल हैं.

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याद रहे कि मुख्यमंत्री के मूल आवास से सटे इस बिल्डर का निवास हैं.मनपा-नासुप्र प्रशासन के अधिकारियों की शह पर बड़ा व विवादास्पद बिल्डर के नाम से शहर में चर्चित हैं.

पिछले माह इस बिल्डर ने कोराडी रोड स्थित वॉक्स कूलर फैक्ट्री ( प्रभाग ११,मंगलवारी ज़ोन ) के बाजु की जगह खरीद कर एक ४ मंजिली २४ फ्लैट की स्कीम का निर्माणकार्य शुरू किया। निर्माणकार्य के मामले में काफी नाम ख़राब हैं.इस बिल्डिंग के २४ फ्लैट में गंदा पानी व मॉल-मूत्र के लिए परिसर में सैप्टिक टैंक का निर्माण नहीं किया।इस पानी व गंदगी की निकासी के लिए लगभग १५० मीटर निजी खुली जमीन में खुदाई कर निकट के बरसाती नाला तक पाइप बिछा दिया,यह ग़ैरकृत हैं.

पिछले कई वर्षो से मनपा प्रशासन से इस बरसाती नाला की पक्की करण की आसपास के नागरिकों ने गुहार लगाई लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। इसी नाली में उक्त बिल्डर ने गंदे पानी का निकासी हेतु पाइप बिछा कर खुली छोड़ दी.

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नतीजा यह होंगा कि जब उक्त फ्लैट स्किम के रहवासी के गंदे पानी इस नाले में छोड़े जायेंगे,गंदी बदबू से लबरेज परिसर स्वास्थ्य के लिए हानिकारण साबित होंगा। इस पाइप लाइन को लेकर फ्लैट के रहवासियों और वर्त्तमान में आसपास के रहवासियों में द्वन्द देखे जाएंगे।बिल्डर अपना पल्ला झड़क लेंगा और मनपा ज़ोन प्रशासन अड़चन में आ सकती हैं.

उक्त ज्वलंत मसले को लेकर आसपास के नागरिकों ने मनपायुक्त अभिजीत बांगर,स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी,स्वास्थ्य विभाग प्रमुख सुनील काम्बडे,मंगलवारी जोन के वार्ड अधिकारी हरीश राऊत,जोन के स्वास्थ्य अधिकारी बोकारे,जोन के सेनेटरी इंस्पेक्टर रोशन नानेटकर को लगातार २ दिन सूचित किया लेकिन किसी ने भी इस मसले को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई।मंगलवारी जोन के स्वास्थ्य अधिकारी बोकारे का कहना हैं कि वे फ़िलहाल गणेश विसर्जन मामले में व्यस्त हैं,इसके बाद देखेंगे।

सवाल यह हैं कि क्या मनपा में ाँ नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेना बंद कर दिया गया हैं,या फिर बिल्डर ने मुख बंद कर उन्हें बौना बना दिया।उक्त बरसाती नाला के निकट बिल्डर ने १९३ फ्लैट व १२० दुकानों वाली स्किम २००९ में निर्माण की थी.इस स्किम के खरीददारों को न सुरक्षा दीवार,न पीने का पानी का लाइन,न सेप्टिक टैंक और न ही सोसाइटी के नाम पर वसूली गई राशि दी थी.इन भी गंदे पानी को बरसाती नाली में खुला छोड़ दिया गया था.

विगत माह इसी बिल्डर सह उनके पार्टनर वर्त्तमान में राज्य के मंत्री की कंपनी ने बिना मंजूरी के पुराने भारत सिनेमा की जगह विशालकाय व्यवसायिक संकुल निर्माण के चक्कर में मुख्य ट्रंक लाइन फोड़ दी.बिल्डर पर कोई कार्रवाई करने के बजाय ट्रंक लाइन को मेट्रो रेल प्रशासन ने बनवाया गया.क्या सचमुच शहर में अंधेर नगरी चौपट राजा हैं.

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