Published On : Wed, Sep 27th, 2017

शुरू अस्पताल को बंद कर परिसर को बना दिया खंडहर

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नागपुर:
 पहले पाओ, फिर कुछ दिन उपयोग करो फिर लावारिश छोड़ दो. इसी ढर्रे पर इन दिनों नागपुर महानगरपालिका प्रशासन दौड़ रही है. दशक पूर्व विकास के महामेरु के हस्ते पश्चिम नागपुर में मनपा अस्पताल का भूमिपूजन हुआ. फिर कुछ वर्ष पूर्व तक स्थानीय नागरिकों को सेवाएं भी दी गईं, बाद में मनपा प्रशासन ने बिना जायज कारण सार्वजनिक किए दो वर्ष पूर्व ताला जड़ दिया. जो आज खंडहर बनने के कगार पर पहुंच चुका है. परिसर में लावारिश खुली बिजली के तार पल-पल बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित दे रहा है.

पश्चिम नागपुर जिसे अक्सर अपने सम्बोधन में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ‘मॉडर्न नागपुर’ कहते हैं, उसी नागपुर के वार्ड १५ ( फ्रेंड्स कॉलोनी) में के.टी.नगर ( दीपक नगर के नजदीक) एसआरए कार्यालय से लगकर मनपा के एक अस्पताल का भूमिपूजन नितिन गडकरी ने किया था. तब महापौर मायाताई इवनाते थीं तथा हरीश ग्वालवंशी नगरसेवक. यह जगह वैसे तो एक नामचीन भवन निर्माता की थी. उसके स्कीम को मंजूरी देने की शर्त पर उस भवन निर्माता ने अस्पताल की दो मंजिला इमारत निर्माण कर मनपा को सुपुर्द किया था.जिसका निर्माणकार्य वर्ष २००८-२००९ में पूर्ण होने के बाद शुरू हुआ. यह अस्पताल मनपा का इस बड़े परिसर में एकमात्र और उम्दा होने के कारण काफी अच्छी तरह से सेवाएं दे रहा था,जिस मनसूबे से मनपा ने अस्पताल शुरू किया. यह अस्पताल सरकारी व निजी अस्पतालों के हिसाब से परिसर का बड़ा अस्पताल था.दो दर्जन से अधिक बेड हुआ करते थे. स्थानीय नागरिक लगातार प्रयासरत थे कि इस अस्पताल की सुविधाएं बढ़ाई जाएं कि अचानक वर्ष 2016 में इसे बंद कर दिया गया.


उल्लेखनीय यह है कि आज यह अस्पताल खंडहर का रूप लेता जा रहा है. कुछ माह पूर्व तक मनपा प्रशासन ने इस इमारत में एसआरए कार्यालय के लिए जगह दिया.उनका अपना कार्यालय शुरू होने के बाद पुनः लावारिश खंडहर में तब्दील हो गया है. परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ भी व्यवस्था नहीं है. बारिश के दिनों में एक फुट पानी और सूख जाने पर दलदल से लबरेज परिसर हो जाता है. सबसे धक्कादायक बात यह है कि परिसर में खुली बिजली के तार फैले हुए हैं, पानी और बिजली की दोस्ती के मध्य आवाजाही से जान को ख़तरा बना रहता है. इस सन्दर्भ में मंगलवारी ज़ोन व मनपा स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने पर उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों की ओर उंगलियां दिखाकर अपना पल्ला झाड़ दिया.

स्थानीय कांग्रेसी वरिष्ठ नगरसेवक हरीश ग्वालवंशी ने जानकारी दी कि यह अस्पताल पुनः पहले की भांति शुरू होना चाहिए. तब रोजाना सैकड़ों जरूरतमंद इसका लाभ उठाया करते थे. उन्होंने जानकारी दी कि वे जल्द ही मनपायुक्त से मुलाकात कर गांधीनगर स्थित मनपा अस्पताल की तर्ज पर इसी जगह अस्पताल शुरू करने की गुहार लगाएंगे. इसी अस्पताल में एम्बुलेंस मेडिकल स्टोर व ओपीडी की सुविधा मुहैया शुरू करवाकर नागरिकों की जरुरत पूरी करने की कोशिश करेंगे.