कन्हान : – आगामी कुछ दिनों में १५ अगस्ट २०२२ को देश को आजा़दी प्राप्त हुए ७५ वर्ष पुर्ण होने जा रहा है. एक तरफ केंद्र की वर्तमान मोदी सरकार ने कोविड-१९ संक्रमण के नाम पर संपुर्ण देश में काला कानुन १८९७ लागु कर रहा है | दो वर्षो से अधिक समय से संपुर्ण देश में अघोषित आपातकाल लागु है, बरकरार है .अभी तक उस कानुन को निरस्त नही किया गया है | देश में लोकतंत्र है , जन की बात होनी चाहिये, वहा पर मन की बात की जा रही है
ताली बजाओ, बत्ती बुझाओ, बर्तन बजाओ का नारा देकर देश को अंधश्रद्धा के दल-दल मे डुबोया गया है | देश मे मोदी सरकार के कार्यकाल में अमीरो की संख्या में भीषण दर वृद्धी हो रही है
तो दुसरी तरफ मध्यम वर्गीय गरीब रेखा के नीचे आ रहे है, और गरीबी सागर में समा गई है . रोजगार के शुन्य साधन, भीषण मंहगाई, बेरोजगारी का महाप्रलय आसमान छु रही असमानता आजादी को झकझोर कर रही है. विश्व स्तर पर भारतीय शिक्षा का गिरता स्तर भारतीयता को गुलाम मानसिकता के ओर ले जाने का प्रयास है.संक्रमण के नाम पर देश में एकाएक तालाबंदी कर देश को ठप्प कर दिया गया . यह एक षड़यंत्र कहा जाएगा. देश में भय, दहशत का वातावरण फैलाने की मनुवादी सोच का एक हस्सा है .
देश में हिंदु- मुस्लिम का विवाद खडा़ करना देश को विभाजित करने की सुनियोजित प्रकिया है .अभिव्यक्ती की आजादी पर कुडाराघात, लोकतांत्रिक शक्तियों को नष्ट करना, इतिहास को तोड़ मरोड़ करना मोदी सरकार का यह अभिमान है | मोदी सरकार का एक ही उद्देश है , की संपुर्ण देश में ऐन केन के प्रकारेण ने आर.एस.एस की व्यवस्था को लागु करना है | लगातार दो वर्षो से भारतीय भु भाग पर चीन द्वारा किया जा रहा अतिक्र मण विफल सरकार विफल विदेश निती का परिणाम है | देश के महान शायर मिर्जा गालिब देश वासियों को इस प्रकार से सचेत कर रहा है . ” समझ नादा, तेरे बरबादीयो के मशविरें है, आसमानों मे न समझोगे तो मिट जाओगे, ये हिंदुस्तान वालो तुम्हारी दाॅस्ता भी न रहेंगी दास्तानों मे . ”
