भारत में, ६ करोड से ज्यादा लोग महत्वपूर्ण श्रवण हानि से पीड़ित हैं। बहरापन भारत में एक गंभीर लेकिन उपेक्षित स्थिति है।
इसलिए, जनता के बीच बहरापन के बारे में जागरूकता फैलाना सबसे महत्वपूर्ण है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,
नागपुर में कान नाक गला विभाग ने महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के सहयोग से 23 नवंबर 2021 को "श्रवण यंत्र वितरण कार्यक्रम" का आयोजन किया। स्वागत भाषण कान नाक गला विभाग के अतिरिक्त प्राध्यापक डॉ श्रीकृष्ण बी एच द्वारा दिया गया। एम्स नागपुर के निदेशक और सीईओ मेजर जनरल (डॉ) विभा दत्ता ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष श्रीगिरिवार की उपस्थिति में श्रवण हानि के रोगियों को श्रवण यंत्र वितरित किए। अपने मुख्य भाषण में, एम्स नागपुर के
निदेशक और सीईओ, मेजर जनरल (डॉ) विभा दत्ता ने बताया कि "श्रवण यंत्र एक बधिर व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता में हर तरह से सुधार लाएगा और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नागपुर पूरी तरह से बहरेपन के निदान और उपचार के लिए सुसज्जित है।" उन्होंने यूनिवर्सल नियोनेटल हियरिंग स्क्रीनिंग के बारे में भी बताया, जो संस्थान में जन्मजात शिशुओं में श्रवण हानि का जल्द पता लगाने के लिए किया जा रहा है। एम्स नागपुर के कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष
श्रीगिरिवार ने कहा कि एम्स नागपुर हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए
प्रयासरत है। धन्यवाद ज्ञापन डॉ विजय बिडकर ने किया। इन मरीजों की हियरिंग एड फिटिंग और काउंसलिंग एक ही दिन में
की गई। श्रवण यंत्र से कुल 20 प्राप्तकर्ता लाभान्वित हुए। इस अवसर पर एमजेपीजेएवाई योजना के समन्वयक डॉ शांतनु पांडे
उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन निदेशक और सीईओ मेजर जनरल (डॉ) विभा दत्ता, एसएम और कार्यवाहक चिकित्सा
अधीक्षक डॉ मनीष श्रीगिरिवार के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया गया।

