नागपुर: शुक्रवार को नागपुर में हरित परिवहन सेवा का शुभारंभ हुआ। नागपुर विमानतल पर आयोजित समारोह के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने निजी कंपनियों की भागेदारी से क्रियान्वित होने वाली योजना की शुरुवात की। हरित परिवहन सेवा के अंतर्गत शहर में 100 फ़ीसदी इलेक्ट्रिक पर बस, कार, रिक्शा और ऑटो रिक्शा शहर की सड़को पर चलेंगे। महिंद्रा मोटर्स, टाटा मोटर्स और काइनेटिक जैसी कंपनियों ने पूरी तरह से इलेक्ट्रिक पर चलने वाले वाहनों का निर्माण किया है जो सब शहर की सड़को पर चलेंगे। महिंद्रा द्वारा निर्मित कार का इस्तेमाल टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला अपने सेवाओं के लिए करेगी। ओला ने नागपुर एयरपोर्ट पर इस वाहनों की चार्जिंग के लिए स्टेशन का निर्माण भी किया है।
इस योजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहाँ कि पर्यवारण के संतुलन का काम नागपुर से शुरू हो रहा है 21 वी सदी के जिस विकास की संकल्पना भारत ने सोची है उसकी नीव आज के इस कार्यक्रम के माध्यम से रखी जा रही है। ऊर्जा के उन स्त्रोतों को बदलने की आवश्यकता है जिसके इस्तेमाल से पर्यवारण बिगड़ रहा है। इलेक्ट्रिक ऊर्जा पर्यवारण के संवर्धन के लिए अहम योगदान अदा करेगी। आज स्थिति है की लोग पेट्रोल पंप की माँग करते है लेकिन भविष्य में चार्जिंग स्टेशन माँगेगे।
देश में परिवहन व्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने की दिशा में सतत प्रयासरत रहने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के मुताबिक़ सरकार पॉलुशन फ्री ट्रांसपोर्ट सिस्टम को विकसित करने के लिए प्रयासरत है। और इस व्यवस्था को अमल में लाने वाला नागपुर पहला शहर होगा। प्रदुषण फ़ैलाने वाले ऊर्जा के विभिन्न स्त्रोतों को बदलकर वैकल्पिक और पर्यवरण के अनुकूल ऊर्जा का इस्तेमाल करने का प्रयास शुरू है। जिस गति से वैकल्पिक ऊर्जा को अपनाकर देश आगे बढ़ रहा है भविष्य में लगभग 20 लाख करोड़ की ऑटोमोबाइल इंड्रस्टी हो जाएगी। इन प्रयासों से न सिर्फ बड़े पैमानें में रोज़गार का सृजन होगा बल्कि इंसान को इंसान द्वारा ढोये जाने की अमानवीय प्रवृति पर भी रोक लगेगी। गड़करी ने इलेक्ट्रिक वाहनों की वजह से मौजूदा ऊर्जा स्त्रोत को अपनाकर वाहन चलाकर आजीविका चलाने वालों को उनका रोजगार न छीने जाने का भरोषा दिलाया।
राज्य के ऊर्जा मंत्री चंद्रेशखर बावनकुले ने कहाँ कि हरित परिवहन योजना का सबसे ज्यादा फायदा उनके विभाग को होगा। राज्य में बिजली सरप्लस में है पर कोई खरीददार नहीं मिल रहा है। इस योजना की वजह से उनके विभाग को बड़े पैमाने में ग्राहक मिल रहे है। आज के कर्यक्रम के दौरान लोकार्पित हुई टाटा मोटर्स की बस को आगामी 50 दिनों के लिए कंपनी ने दीनदयाल रिसर्स इंस्टीट्यूट को सौंपा है। योजना में अहम भूमिका निभाने वाली कंपनी ओला के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकार भावेश अग्रवाल के अनुसार उन्होंने कई कंपनियों से करार कर योजना को सफल बनाने की दिशा में कदम उठाया है। इस योजना की वजह से देश में बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम तैयार होगा। वही महिंद्रा मोटर्स के एमडी पवन गोयनका ने कहाँ देश में सड़क परिवहन के उज्वल भविष्य की शुरुवात आज से हो रही है। यह योजना भविष्य के नया मॉडल तैयार करेगी यह भी हो सकता है की इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के क्रियान्वयन ने भारत विश्व में अग्रणी रहे।
ओला ने नागपुर में अपनी सेवा के लिए इस टैक्सियों को सड़क पर उतार दिया है लेकिन यह सेवा फ़िलहाल ग्राहकों के लिए थोड़ी मँहगी साबित होगी।