
गोंदिया। गोंदिया जिले के सड़क-अर्जुनी तहसील में बाप बेटी के रिश्तों को कलंकित कर , मानवता को शर्मसार करने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है। डुग्गीपार पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक पिता द्वारा अपनी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी का यौन शोषण कर उसे गर्भवती करने का मामला सामने आया है। ,पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया , अदालत ने 21 नवंबर तक पीसीआर रिमांड पर भेज दिया है।
टूटा भरोसा , गर्भवती होने पर खुला राज़
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी की पत्नी पिछले 10 सालों से मायके में रह रही है, जबकि आरोपी पिता अपने बेटे, बेटी और मां के साथ घर में रहता था।
बचपन से ही छोटी होने की वजह से बेटी पिता के साथ सोती थी और इसी भरोसे का फायदा उठाकर आरोपी ने दरिंदगी को अंजाम दिया।
लड़की को कुछ महीनों से पेट दर्द की शिकायत थी इसपर परिजन उसे गोंदिया जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चौंकाने वाली मेडिकल रिपोर्ट में उसके गर्भवती होने का खुलासा हुआ।
पॉक्सो एक्ट में पिता गिरफ्तार , मिला पीसीआर
घर में बैठे दरिंदे के कारण यौन शोषण की शिकार हुई नाबालिग पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर 9 नवंबर 2025 को अपने पिता के खिलाफ बयान दर्ज कराया।
इसके बाद आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है।
डुग्गीपार पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया और कोर्ट के आदेश पर उसे 21 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है , कस्टडी में अब उससे पूछताछ की जा रही है।
बेटी की अस्मिता से खिलवाड़ , जनभावनाओं में आक्रोश
बेटी के अस्मिता से खिलवाड़ करने वाली इस शर्मनाक घटना के सामने आने के बाद इलाके में आक्रोश और अविश्वास का माहौल है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इसे मानवता और रिश्तों पर सबसे बड़ा कलंक बताया है तथा आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
जांच जारी, डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया शुरू
पुलिस आवश्यक मेडिकल डॉक्युमेंटेशन, बयान, तथा डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया में जुटी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया-
यह संवेदनशील मामला है। साक्ष्य संग्रह, मेडिकल रिपोर्ट और पीड़िता के काउंसलिंग बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तेजी से की जाएगी।
पिता पुत्री के पवित्र रिश्तों पर सबसे बड़ा कलंक बने आरोपी का अपराध बेहद संगीन है इसलिए एक मजबूत चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी ताकि आरोपी को उसके किए की सज़ा मिल सके।
रवि आर्य









