गोंदिया: नदी के मुहानों ( धसान ) किनारे बसे गांवों के खेतों में कई बार बाढ़ आने से रेती दब जाती है जिसके चलते किसान व आम आदमी को खेत से बालू मिश्रित मिट्टी हटाने के लिए शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाती है लेकिन खेत से मिट्टी मिश्रित रेत निकालकर परिवहन करने की परमिशन का उल्लंघन करते हुए तिरोड़ा तहसील के अर्जुनी ग्राम के वैनगंगा नदी से अवैध तौर पर रेत निकालकर तस्करी का मामला सामने आया है जिसे लेकर रेती घाट लेने वाले ठेकेदार द्वारा अब बाकायदा गोंदिया कलेक्टर को इस अवैध उत्खनन बाबत लिखित शिकायत दी गई है।
दरअसल मामला कुछ यूं है कि
दरअसल मामला कुछ यूं है कि मौजा अर्जुनी , तहसील तिरोडा स्थित गट क्रमांक 2 , आरजी 1.32 हेक्टर क्षेत्र में आकारमान 167.5 x 73.85 मीटर व 1.50 से 2 मीटर ऊंचे क्षेत्र में मिट्टी मिश्रित रेती निष्कासित ( निकालने ) बाबत डिलेश्वर हिरदुलाल पटले ( निवासी अर्जुनी तहसील तिरोड़ा ) इन्होंने मंजूरी देने बाबत शासन को प्रस्ताव सदर किया था।
प्रस्ताव सदर करने वाले डिलेश्वर पटले का कहना था कि बाढ़ आ गई तो उसकी जमीन में नदी की रेत चली गई है जिसके चलते वह फसल नहीं उगा पा रहे हैं लिहाज़ा खेत से रेती हटाने की परमिशन दी जाए ताकि उस जमीन पर वह फिर खेती कर सके।
19 मई 2025 को प्रस्तुत प्रकरण में भूजल अधिनियम 2009 के तहत नदी पात्र से 3 मीटर का अंतर छोड़कर रेत भरे खेत का सर्वे रिपोर्ट व मूल्यांकन के बाद 600 रूपए प्रति ब्रास से मिट्टी मिश्रित रेती रॉयल्टी तय की गई। तहसीलदार , कृषि अधिकारी व पटवारी के माध्यम से नक्शा तैयार कर गट क्रमांक 2 , आरजी 1.32 हेक्टर क्षेत्र से रेती हटाने की परमिशन लगभग एक सप्ताह पूर्व दी गई।
प्रशासन की चुप्पी संदेह के घेरे में ?
नियम शर्तों के मुताबिक खेती में से मिट्टी मिश्रित रेत निकालकर तुरंत टिप्पर में भरना दर्शाया गया है।
लेकिन उस निर्धारित परमिशन की जगह ( खेत) के बदले संबंधित व्यक्ति दूसरी जगह याने वैनगंगा नदी के अंदर से रेती उत्खनन कर निकाल रहा है जो कि नियम शर्तों का उल्लंघन है , इतना ही नहीं संबंधित व्यक्ति परमिशन का दुरुपयोग कर नदी से रेत निकाल कर बाहर ओपन ग्राउंड में रेती डम्प कर रहा है और फिर वहां से पोकलेन मशीन द्वारा टिप्पर और ट्रैक्टर भर करके अवैध तौर पर रेती परिवहन द्वारा खुले बाजार में बेची जा रही है इस बात की शिकायत , रेती घाट लेने वाले ठेकेदार ने कलेक्टर से करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि कोई सौरभ चौहान नामक व्यक्ति नदी से यह रेती का अवैध उत्खनन करवा रहा है।
अब देखना दिलचस्प होगा अवैध रेत उत्खनन ( तस्करी ) के इस खेल को लेकर जिला प्रशासन और जिला खनिकर्म विभाग साथ ही एसडीओ तिरोड़ा और संबंधित तहसीलदार कब और कितनी जल्द कार्रवाई करते हैं।
रवि आर्य