
गोंदिया। आरटीओ विभाग में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जबरदस्त कार्रवाई करते हुए उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और एक निजी दलाल को 70,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। जैसे ही पैसे हाथ में आए, ACB की टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरा खेल पलट दिया।
दरअसल गोंदिया RTO में चल रहा था ‘रजिस्ट्रेशन का रेट कार्ड’ एसीबी की धमाकेदार कार्रवाई से आरटीओ दफ्तर में सक्रिय अन्य दलालों में हड़कंप मचा हुआ है।
मामला शुरू हुआ ऐसे…
39 वर्षीय शिकायतकर्ता की पश्चिम बंगाल से खरीदी गई जेसीबी मशीन का पंजीकरण गोंदिया उप क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में कराया जाना था।
रामनगर निवासी एक निजी व्यक्ति ( दलाल) ने उनसे कहा कि रजिस्ट्रेशन करवाना है तो टैक्स के अलावा 70,000 रुपये उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के लिए देने होंगे। शिकायतकर्ता रिश्वत देने को तैयार नहीं थे, इसलिए उन्होंने 18 नवंबर 2025 को भ्रष्टाचार प्रतिबंध विभाग, नागपुर में शिकायत दर्ज कराई।
सत्यापन में खुला अधिकारी-दलाल की जोड़ी का सच
भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने 19 नवंबर को पंचों की मौजूदगी में सत्यापन किया। जांच में साफ हो गया कि- निजी व्यक्ति और उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दोनों मिलकर रिश्वत मांग रहे थे। और निजी दलाल ने यह भी माना कि राशि वही स्वीकार करेगा। इसके बाद 4 दिसंबर को एसीबी भी योजना के अनुसार धर पकड़ कार्रवाई हेतु ट्रैप बिछाया जैसे ही आरोपी निजी व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से 70,000 रुपये रिश्वत की रकम स्वीकार की-एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में जेब से 70,000 रुपये रिश्वत के तौर पर स्वीकारी गई रकम साथ ही 19,050 रुपये अतिरिक्त नकदी और दो मोबाइल फोन भी जब्त हुएवीइसके बाद आरोपी के घर की तलाशी की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
कानूनी कार्रवाई शुरू , थाने में मामला दर्ज
इस प्रकरण को लेकर गोंदिया ग्रामीण पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7(ए) और 12 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। यह संपूर्ण छापा मार कार्रवाई एसीबी टीम के उप पुलिस अधीक्षक अनिल जिटटावार के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक जितेंद्र वैरागड़े और उनकी टीम ने की , आगे की जांच पुलिस निरीक्षक उमाकांत उगले कर रहे हैं।
रवि आर्य










