Published On : Fri, Nov 15th, 2019

गोंदिया रेलवे पुलिस ने १० किलो सोना पकड़ा

सोने की तस्करी का पर्दाफाशः बरामद माल की कीमत ३ करोड़ से अधिक

गोंदिया: अक्षय तृतीया, पुष्यनक्षत्र धनतेरस, दीपावली जैसे त्यौहारों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। बदलती जीवनशैली और मानसिकता के साथ आभूषणों के प्रति महिलाओं के दृष्टिकोण में भी बदलाव आया है और आज की महिलाएं फैशनेबल चीजें ज्यादा पसंद करती है। आभूषण निर्माता भी स्टायलिस्ट गहनों की नई रेंज मुंबई, गुजरात के अहमदाबाद और कलकत्ता जैसे शहरों से मंगवाकर ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपनी ओर आकृषित करने के लिए सोने की खरीदी पर छूट और शानदार उपहार तक के ऑफर पेश करते है। इन्हीं सबों के चलते ज्वेलर्स और तस्करों का सिंडीकेट अब इस धंधे में हाथ आजमा रहा है।

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कीमतों में ज्यादा अंतर से सोने की तस्करी को बढ़ावा
उल्लेखनीय है कि, भारत में खपत होने वाले कुल सोने में से १० प्रतिशत सोना तस्करी द्वारा लाया जाता है। वित्तमंत्री निे इस वर्ष के बजट में इस बहुमुल्य धातु पर ढ़ाई प्रतिशत टैक्स ओर लगा दिया तथा सोने और उसके आभूषणों पर ३ प्रश तक का जीएसटी भी है याने अंतर्राष्ट्रीय बाजार से कुल फर्क १५.५ प्रश का हो चला है। कीमतों में इतना ज्यादा अंतर सोने की तस्करी को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है। यहीं वजह है कि, अब गोंदिया के सराफा बाजार में तस्करी के गोल्ड से निर्मित आभूषण बड़े पैमाने पर आ रहे है।

स्टायलिश बैग देख पुलिस को हुआ संदेह
गुरूवार १४ नवंबर को गोंदिया रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सामान्य दिनों की तरह चहल-पहल थी। सुबह ११ बजे के आसपास मुंबई से गोंदिया आने वाली विदर्भ एक्सप्रेस, प्लेटफार्म नं. ५ पर आकर रूकी। डियुटी पर तैनात रेलवे पुलिस कर्मचारी पैनी ऩजर रखते हुए अपना फर्ज निभा रहे थे इसी दौरान वातानाकुलित डिब्बे से उतरकर सीढ़ीयों की ओर बढ़ रहे २ शख्स पर पुलिस की ऩजर गई। इनमें से एक व्यक्ति हाथ से विशेष रूप का स्टायलिस्ट ट्राली बैग लेकर आगे बढ़ रहा था। पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने दोनों व्यक्तियों को रोका।

खाकीवर्दी सामने देख दोनों व्यापारी हक्के-बक्के रह गए और पुलिस के कुछ सवालों का जवाब वे अटपटे मन से दे रहे थे जिसपर शक और गहरा गया। जब उनसे बैग खोलकर दिखाने को कहा तो वे आनाकानी करने लगे। पुलिस टीम दोनों व्यक्तियों को लेकर थाना कोतवाली पहुंची जब वहां बड़ा बैग को खोला गया तो बैग के अंदर की खूबसूरती और विशिष्ट पॉकेट के भीतर से कई पैकेटस् और प्लास्टिक के डिब्बे निकले जिनमें सोने के बहुमुल्य आभूषण मौजुद थे।

स्वर्ण आभूषणों का बिल नहीं दिखा पाए
शुरूवाती पूछताछ में मुंबई के भायखला निवासी दोनों व्यापारियों ने बताते कहा- वे गोल्ड का डिस्ट्रीब्यूशन करते है। जब पुलिस ने कहा- इतनी बड़ी मात्रा में आप गोल्ड लेकर चल रहे है, कल चोरी हो जाए? या कुछ हो जाए? इस माल का बिल कहां है? तो वे बैग में मौजुद सोने के कई प्रकार के कंगन, बाली, अंगुठियां, ब्रेसलेट, नेकलेस, चैन आदि वैरायटी के आभूषणों में से किसी का भी बिल शो नहीं कर पाए। लिहाजा रेलवे पुलिस ने मामले की जानकारी गोंदिया आयकर विभाग ऑफिस और नागपुर इंकम टैक्स अधिकारियों सहित डीआईजी नागपुर को दी। जब्ती पंचनामे के लिए कुछ आयकर अधिकारी पहुंचे और उनकी मौजुदगी में १५ घंटे की कार्रवाई पश्‍चात १० किलो से अधिक सोने के आभूषणों को सील कर माल को पुलिस मुद्देमाल गृह में रख दिया गया। आज नागपुर इंकम टैक्स अधिकारियों का एक दल गोंदिया पहुंचेगा और इस सारे विषय की गहनता से जांच पड़ताल करेगा।

दोनों शख्स बता कम, छुपा अधिक रहे
गोंदिया के सराफा बाजार में किस-किस व्यापारी को इन आभूषणों की डिलेवरी वे देने आए थे इस बारे में उन्होंने कुछ ज्यादा जानकारी पुलिस को नहीं दी है, अलबत्ता इतना जरूरी हुआ कि, दोनों शख्स का फोन जाने पर गोंदिया के कुछ सराफा व्यापारी इनके बचाव में रेलवे थाना कोतवाली तक पहुंच गए और हिमायतगिरी करने लगे लेकिन पुलिस और अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी। आभूषणों का वजन १० किलो से अधिक है तथा इनका बाजार मुल्य ३ करोड़ से अधिक का आंका गया है। इस सारे प्रकरण से यह बात सामने आ रही है कि, गोंदिया के सराफा बाजार में तस्करी का सोना और बिना बिल के सोने का कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है।

देखना दिलचस्प होगा, नागपुर इंकम टैक्स विभाग अब क्या कार्रवाई करता है?
बहरहाल दोनों सराफा कारोबारियों पर धाना १०२ सीआरपी के तहत फिलबाल कार्रवाई की गई है। यह निष्पन हो जाने के बाद कि, सोना चोरी का है अथवा तस्करी का? इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी संभव है। यह कार्रवाई महिला पुलिस इंस्पेक्टर खेड़ेकर मैडम के मार्गदर्शन तथा सहायक पुलिस निरीक्षक पंकज चकरे के नेतृत्व में पीएसआई भिमटे, पीएसआई वानखेड़े, पो.का. सलोटे, मुन्ना चौबे, चंदू भोयर की टीम ने की।

रवि आर्य

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